अंक 2 मैं जीकर क्या करूँ? विषय-सूची जब आपका दुख बरदाश्त से बाहर हो जाए जब कोई विपत्ति टूट पड़े जब कोई अपना हमसे बिछड़ जाए जब जीवन-साथी धोखा दे जब आपको कोई बड़ी बीमारी हो जाए जब जीने की इच्छा न रहे जीवन क्यों अनमोल है? “उसे तुम्हारी परवाह है”