दिसंबर 1 आर्मागेडन—दुनिया का भयंकर सर्वनाश? आर्मागेडन—एक खुशियों भरी शुरूआत प्रेम, विश्वास और आज्ञा मानने का जीता जागता सबूत अपने सिरजनहार की सेवा करते रहने का मेरा अटल फैसला दूसरा इतिहास किताब की झलकियाँ ‘भांति-भांति की भाषा बोलनेवाले’ सुसमाचार सुन रहे हैं नए-नए तरीके अपनानेवाले और हालात के मुताबिक खुद को ढालनेवाले सेवक बनना “सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार” क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले?