अक्टूबर 1 समय उड़ क्यों जाता है? ‘हर एक बात का एक समय होता है’ “शान्ति का समय” नज़दीक है! “पृथ्वी की छोर तक” रोशनी फैलाने में उन्होंने मदद की आप अंत तक धीरज धर सकते हैं जो यहोवा का हक बनता है, उसे देना परमेश्वर की पहेलियाँ और उसका मकसद गलत काम करने से इनकार करने के लिए हिम्मत जुटाना वे सच्चे “परमेश्वर का भय मानती” थीं क्या आप एक भेंट का स्वागत करेंगे?