जुलाई पृष्ठ दो झूठा प्रचार विनाशकारी हो सकता है शब्दों की हेरा-फेरी प्रोपगैंडा का शिकार मत बनिए! क्या परमेश्वर बदल गया है? क्या मुझे विदेश जाना चाहिए? क्या विकासवाद के सिद्धांत को मानना अक्लमंदी है? नेकटाई कल और आज हर रोज़ ऐस्प्रिन मैं खाऊँ या नहीं? छोटे-से द्वीप से बहुत बड़ा सबक मुस्कराइए दिल की खुशी पाइए! विश्व-दर्शन हमारे पाठकों से इस मौके को हाथ से जाने मत दीजिए!