वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • w06 1/1 पेज 31
  • मनन करने में खुशी पाइए

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • मनन करने में खुशी पाइए
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2006
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2006
w06 1/1 पेज 31

मनन करने में खुशी पाइए

मनन करना कुछ लोगों को बहुत भारी लगता है। वे सोचते हैं कि यह मेरे बस का काम नहीं है, क्योंकि इसमें दिमाग पर ज़ोर लगाकर बहुत गहराई से सोचना पड़ता है। और मनन न करने की वजह से शायद उनका मन उन्हें कोसे, खासकर ऐसे वक्‍त पर जब वे इसकी अहमियत के बारे में पढ़ते हैं। (फिलिप्पियों 4:8) मगर यहोवा के बारे में, उसके मनभावने गुणों, महान कामों, उसकी माँगों और उसके शानदार मकसद के बारे में हमने जो सच्चाइयाँ सीखी हैं, उन पर एकांत में बैठकर सोचना हमारे लिए बेहद खुशी के पल हो सकते हैं और होने भी चाहिए। ऐसा क्यों?

यहोवा परमेश्‍वर इस पूरे विश्‍व का महाराजाधिराज है और अपने महान मकसद को अंजाम देने के लिए पूरे जोश के साथ अपने काम में लगा हुआ है। (यूहन्‍ना 5:17) मगर इतना व्यस्त होने के बावजूद, वह अपने हर उपासक के मन में छिपे विचारों पर ध्यान देता है। भजनहार दाऊद को यह बात मालूम थी, इसलिए उसने ईश्‍वर-प्रेरणा से लिखा: “हे यहोवा, तू ने मुझे जांचकर जान लिया है। तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।”—भजन 139:1, 2.

शायद एक इंसान पहली बार दाऊद के इन शब्दों को पढ़ने पर परेशान हो जाए। शायद वह सोचे कि ‘परमेश्‍वर इतना “दूर” होते हुए भी मेरे मन में उठनेवाले हर बुरे विचार को देख पाता है।’ बेशक, यह एहसास होना हमारे फायदे के लिए है कि यहोवा हमारे बुरे विचारों को देखता है। इससे हमें बुरे खयालों को अपने मन में पनपने से रोकने में मदद मिलेगी। और अगर बुरे विचार मन में आ भी जाते हैं तो यह एहसास हमें परमेश्‍वर के सामने अपनी यह गलती मानने में मदद देता है, इस भरोसे के साथ कि हमें यीशु के छुड़ौती बलिदान में जो विश्‍वास है, उसकी बिना पर यहोवा हमें माफ कर देगा। (1 यूहन्‍ना 1:8, 9; 2:1, 2) पर साथ ही हमें याद रखना चाहिए कि यहोवा सिर्फ हमारे बुरे विचारों को ही नहीं, बल्कि अच्छे विचारों को भी देखता है। जब हम यहोवा के बारे में एहसान-भरे दिल से सोचते हैं, तो वह गौर करता है।

शायद आप पूछें कि “क्या वाकई यहोवा परमेश्‍वर अपने लाखों उपासकों के मन में उठनेवाले सभी अच्छे विचारों पर ध्यान देता है?” बेशक, वह ध्यान देता है। यीशु ने बताया था कि यहोवा छोटी-छोटी गौरैयों का भी खयाल रखता है और फिर उसने कहा: “तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो।” (लूका 12:6, 7) इस तरह यीशु ने यह ज़ोर देकर बताया कि यहोवा परमेश्‍वर हम इंसानों में गहरी दिलचस्पी रखता है। अगर यहोवा गौरैयों का इतना ख्याल रखता है जो उसके बारे में सोच भी नहीं सकतीं, तो वह हम इंसानों की और भी कितनी परवाह करता होगा और यह देखकर कितना खुश होता होगा कि हम मन-ही-मन उसके बारे में सोचते हैं! जी हाँ, दाऊद की तरह हम भी पूरे यकीन के साथ प्रार्थना कर सकते हैं: ‘मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहण योग्य हो, हे यहोवा परमेश्‍वर, मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करनेवाले!’—भजन 19:14.

वाकई, जब यहोवा के वफादार उपासक उसके बारे में मनन करते हैं, तो वह ध्यान देता है। इसका एक और सबूत हमें मलाकी की भविष्यवाणी में मिलता है। परमेश्‍वर की प्रेरणा से उसने हमारे ज़माने के बारे में यह बताया था: “तब यहोवा का भय माननेवालों ने आपस में बातें कीं, और यहोवा ध्यान धरकर उनकी सुनता था; और जो यहोवा का भय मानते और [जो] उसके नाम का सम्मान [“नाम पर मनन,” NW] करते थे, उनके स्मरण के निमित्त उसके साम्हने एक पुस्तक लिखी जाती थी।” (मलाकी 3:16) अगर हम याद रखें कि जब हम यहोवा के बारे में मनन करते हैं तो वह हमारी तरफ ‘ध्यान धरता’ है, तो हम उसके बारे में मनन करने में खुशी पाएँगे। इसलिए आइए हम भी भजनहार की तरह कहें: “मैं तेरे सब कामों पर ध्यान करूंगा, और तेरे बड़े कामों को सोचूंगा।”—भजन 77:12.

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें