वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • w14 4/1 पेज 3
  • मौत का डंक

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • मौत का डंक
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2014
  • मिलते-जुलते लेख
  • ‘मृत्यु को सदा के लिए नाश किया गया’
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2005
  • मौत आपके लिए क्या है?
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2002
  • लोग क्यों मरते हैं?
    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए
  • मौत कैसा कहर ढाती है
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2005
और देखिए
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2014
w14 4/1 पेज 3
रास्ते पर एक शख्स की सड़क दुर्घटना में मौत का उपर से दिखता दृश्‍य

पहले पेज का विषय | क्या मौत से सबकुछ खत्म हो जाता है?

मौत का डंक

मौत, दिलचस्प विषय नहीं है, ज़्यादातर लोग इस पर बात करना पसंद नहीं करते। लेकिन आज नहीं तो कल, हम सबको इसका सामना करना ही पड़ेगा। जी हाँ, मौत का डंक दर्दनाक होता है और इसे सहन करना बहुत मुश्‍किल है।

हममें से कोई भी इस बात के लिए पहले से तैयार नहीं होता कि हम अपने माता-पिता, जीवन-साथी या फिर अपने बच्चों को कभी-भी मौत में खो सकते हैं। हो सकता है, अचानक हमारे साथ कोई हादसा हो जाए और लंबे समय तक हमें गम के समंदर में डूबो दे। सच तो यह है कि मौत एक हकीकत है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता और न ही इसके अंजामों से बचा जा सकता है।

एंटोनियो, जिसके पिता की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई थी, वह अपनी भावनाएँ ज़ाहिर करता है, ‘मुझे ऐसा लगता है कि मानो कोई मेरे घर पर ताला लगाकर चाबी अपने साथ ले गया हो। मैं एक मिनट के लिए भी अपने घर नहीं लौट सकता। मेरे पास सिर्फ यादें ही रह गयी हैं। यह एक ऐसी सच्चाई है जिसे हम नकारने की कोशिश करते हैं, हमें लगता है, हमारे साथ नाइंसाफी हुई है लेकिन अफसोस, हम कुछ नहीं कर सकते।’

कुछ इसी तरह के दुख का सामना डॉरथी ने किया। वह 47 साल की एक विधवा है, जो नहीं जानती थी कि मौत के बाद क्या होता है। उसने ठान लिया कि वह इस सवाल का जवाब ढूँढ़कर ही रहेगी। वह संडे स्कूल (चर्च में चलाए जानेवाला स्कूल) की टीचर थी, उसे नहीं लगता था कि मौत से सबकुछ खत्म हो जाता है लेकिन उसके पास इसका साफ-साफ जवाब भी नहीं था। उसने अपने ऐंग्लिकन चर्च के पादरी से पूछा, ‘मरने के बाद इंसान का क्या होता है?’ पादरी ने कहा, “असल में इसका जवाब कोई नहीं जानता, यह तो वक्‍त ही बताएगा, तब तक हमें सब्र करना होगा।”

आप क्या सोचते हैं, क्या हम इंसानों को सिर्फ “वक्‍त” का इंतज़ार करते हुए “सब्र” दिखाना होगा? या फिर यह जानने का कोई रास्ता है कि क्या वाकई मौत से सबकुछ खत्म हो जाता है? (w14-E 01/01)

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें