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  • शवलेपन—मसीहियों के लिए उचित है?
    प्रहरीदुर्ग—2002 | मार्च 15
    • शवलेपन—मसीहियों के लिए उचित है?

      वफादार कुलपिता, याकूब की जब मौत करीब थी तो उसने अपनी आखिरी ख्वाहिश ज़ाहिर की: “मुझे हित्ती एप्रोन की भूमिवाली गुफा में मेरे बापदादों के साथ मिट्टी देना, अर्थात्‌ उसी गुफा में जो कनान देश में मम्रे के साम्हनेवाली मकपेला की भूमि में है।”—उत्पत्ति 49:29-31.

      यूसुफ ने अपने पिता का सम्मान करते हुए उसकी ख्वाहिश पूरी की। इसके लिए उसने मिस्र में उस समय के दस्तूर के मुताबिक “उन वैद्यों को, जो उसके सेवक थे आज्ञा दी, कि मेरे पिता की लोथ में सुगन्धद्रव्य भरो।” उत्पत्ति के अध्याय 50 में दिया गया वृत्तांत बताता है कि वहाँ की प्रथा के हिसाब से वैद्यों ने शव को तैयार करने में 40 दिन लगाए। फिर उसके घरवालों और मिस्री अधिकारियों का बड़ा कारवाँ धीरे-धीरे चलता हुआ करीब 400 किलोमीटर दूर हिब्रोन में याकूब के शव को ले जाकर दफना सका। और यह इसलिए मुमकिन हुआ क्योंकि याकूब के शव का लेपन किया गया था।—उत्पत्ति 50:1-14.

      क्या याकूब के शव को ढूँढ़ना संभव है? इसकी संभावना बहुत कम है। इस्राएल देश, एक नमीवाला इलाका था जिस वजह से पुरातत्त्वविज्ञानियों को वहाँ पर बहुत कम अवशेष मिले हैं। (निर्गमन 3:8) पुरानी धातुएँ और पत्थर की चीज़ें बड़ी मात्रा में पायी जाती हैं, मगर कपड़े, चमड़े, और लेप किए हुए शव जैसी नाज़ुक चीज़ें नमी की वजह से और समय के गुज़रते सुरक्षित नहीं रह पातीं।

  • शवलेपन—मसीहियों के लिए उचित है?
    प्रहरीदुर्ग—2002 | मार्च 15
    • जिन्होंने याकूब का शवलेपन किया उन लोगों के धार्मिक विश्‍वास उससे अलग थे। फिर भी हम यकीन के साथ कह सकते हैं कि यूसुफ ने जब अपने पिता का शव उन वैद्यों को सौंपा तो उसने उन्हें प्रार्थना करने और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित करने से मना किया होगा जो मिस्र में आम तौर पर शवलेपन के समय किए जाते थे। इसके अलावा, याकूब और यूसुफ दोनों का ही विश्‍वास मज़बूत था। (इब्रानियों 11:21, 22) हालाँकि याकूब के शव को सुरक्षित रखने के बारे में यहोवा ने कोई आज्ञा नहीं दी, मगर शास्त्र में इसके खिलाफ भी कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन याकूब का शवलेपन इस्राएल जाति या मसीही कलीसिया के लिए एक नमूना नहीं था जिसका पालन किया जाना है। दरअसल, परमेश्‍वर के वचन में इस विषय पर कुछ खास निर्देशन नहीं दिए गए हैं। बाद में यूसुफ के शव का भी मिस्र में लेपन किया गया। लेकिन इसके बाद शास्त्र और कहीं भी शवलेपन के बारे में ज़िक्र नहीं करता है।—उत्पत्ति 50:26.

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