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  • ज़िंदगी और मौत के बारे में बाइबल में क्या लिखा है?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 4
    • बाइबल सुलझाती है सवालों की गुत्थी

      इंसान की रचना के बारे में बाइबल में लिखा है, “यहोवा परमेश्‍वर ने ज़मीन की मिट्टी से आदमी को रचा और उसके नथनों में जीवन की साँस फूँकी। तब वह जीता-जागता इंसान बन गया।” इब्रानी भाषा के जिस शब्द (नेफेश) का अनुवाद “जीता-जागता इंसान” किया गया है, उसका शाब्दिक मतलब है, “साँस लेनेवाला प्राणी।”—उत्पत्ति 2:7.

      बाइबल से साफ पता चलता है कि पहले पुरुष आदम में आत्मा जैसी कोई चीज़ नहीं डाली गयी, जो अमर होती है, बल्कि परमेश्‍वर ने उसमें जीवन की साँस फूँकी, जिससे वह “जीता-जागता इंसान” बन गया। आप बाइबल में कहीं भी “अमर आत्मा” शब्द नहीं पाएँगे।

  • ज़िंदगी और मौत के बारे में बाइबल में क्या लिखा है?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 4
    • आप बाइबल में कहीं भी “अमर आत्मा” शब्द नहीं पाएँगे

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