वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • परमेश्‍वर की तरह क्या आप भी जीवन को अनमोल समझते हैं?
    “खुद को परमेश्‍वर के प्यार के लायक बनाए रखो”
    • 5, 6. मूसा के कानून में यह कैसे दिखाया गया कि खून पवित्र भी है और अनमोल भी? (“जानवरों के जीवन का आदर कीजिए” नाम का बक्स भी देखिए।)

      5 मूसा के कानून से भी ये दो बुनियादी सच्चाइयाँ साफ पता लगती हैं कि खून पवित्र है और जीवन की निशानी है। लैव्यव्यवस्था 17:10, 11 कहता है, ‘अगर कोई किसी भी जीव का खून खाता है, तो मैं उसे बेशक ठुकरा दूँगा और उसे मौत की सज़ा दूँगा। क्योंकि हरेक जीवित प्राणी की जान उसके खून में है। और मैंने खुद यह इंतज़ाम ठहराया है कि खून वेदी पर उँडेला जाए ताकि तुम्हारी जान के लिए प्रायश्‍चित हो, क्योंकि खून में ही जान है और खून से ही पापों का प्रायश्‍चित किया जा सकता है।’a—“खून की प्रायश्‍चित करने की शक्‍ति” नाम का बक्स देखिए।

      खून की प्रायश्‍चित करने की शक्‍ति

      परमेश्‍वर के वचन में खून को जीवन के बराबर बताया गया है। इसलिए पुराने ज़माने के इसराएल देश में, अगर कोई यहोवा की आज्ञा तोड़ने का कसूरवार होता और अगर वह पापी पश्‍चाताप दिखाता, तो वह सज़ा भुगतने के बदले परमेश्‍वर की वेदी पर एक जानवर का बलिदान चढ़ा सकता था। (लैव्यव्यवस्था 4:27-31) यह बलिदान उसके पापों का प्रायश्‍चित करता, मगर पूरी तरह और हमेशा के लिए नहीं।

      बाइबल में “प्रायश्‍चित” शब्द का मतलब है “अदला-बदली” करना या “ढकना,” जैसे सही आकार का ढक्कन एक बरतन को पूरी तरह ढकता है। यह सच है कि किसी भी जानवर की बलि इंसान के पापों को पूरी तरह से “ढक” नहीं सकती या उसका प्रायश्‍चित नहीं कर सकती। मगर जानवरों के ये बलिदान उस परिपूर्ण प्रायश्‍चित बलिदान की छाया ज़रूर थे, जो भविष्य में दिया जानेवाला था।—इब्रानियों 10:1, 4.

      यह परिपूर्ण प्रायश्‍चित बलिदान यीशु मसीह ने हमारे लिए दिया। कैसे? ‘अपना शरीर एक ही बार हमेशा के लिए बलि करके।’ (इब्रानियों 10:10) मसीह को “एक बेदाग और निर्दोष मेम्ना” कहा गया है। उसका “बेशकीमती खून” उसके परिपूर्ण और निष्पाप जीवन की निशानी था, जो बिलकुल आदम के परिपूर्ण जीवन के बराबर था जो आदम ने खो दिया था। (1 पतरस 1:19) इस तरह, बहुत ही लाजवाब और प्यार-भरे तरीके से न्याय की माँग पूरी की गयी। साथ ही, यह मुमकिन किया गया कि हम “सदा के लिए छुटकारा” पाएँ।—इब्रानियों 9:11, 12; यूहन्‍ना 3:16; प्रकाशितवाक्य 7:14.

  • परमेश्‍वर की तरह क्या आप भी जीवन को अनमोल समझते हैं?
    “खुद को परमेश्‍वर के प्यार के लायक बनाए रखो”
    • a “हरेक जीवित प्राणी की जान उसके खून में है,” परमेश्‍वर की इस बात के बारे में साइंटिफिक अमेरिकन पत्रिका कहती है, “हालाँकि यह बात सच है कि खून को जीवन का एक रूपक या निशानी कहा जा सकता है, मगर असलियत में भी यह बात सौ फीसदी सच है क्योंकि जीवन के लिए हर किस्म की रक्‍त-कोशिका बेहद ज़रूरी है।”

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें