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एक राजा को उसके विश्वास का प्रतिफल मिलायशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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4, 5. (क) हिजकिय्याह ने कैसे दिखाया कि वह अश्शूर के अधीन नहीं है? (ख) सन्हेरीब ने यहूदा के खिलाफ क्या फौजी कार्यवाही की है, और यरूशलेम पर तुरंत धावा ना हो इसके लिए हिजकिय्याह क्या-क्या कदम उठाता है? (ग) यरूशलेम को अश्शूरियों से बचाने के लिए हिजकिय्याह कैसी तैयारियाँ करता है?
4 इस वक्त, यरूशलेम पर भयंकर परीक्षाएँ आनेवाली हैं। हिजकिय्याह के विश्वासघाती पिता आहाज ने अश्शूरियों के साथ जो संधि की थी उसे हिजकिय्याह ने तोड़ दिया है। उसने अश्शूर के साथी, पलिश्ती को भी हरा दिया है। (2 राजा 18:7,8) यह देखकर अश्शूर के राजा का गुस्सा भड़क उठा है। इसलिए, हम पढ़ते हैं: “हिजकिय्याह राजा के चौदहवें वर्ष में, अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़वाले नगरों पर चढ़ाई करके उनको ले लिया।” (यशायाह 36:1) यह सोचकर कि अश्शूर की बढ़ती चली आ रही निर्दयी सेना कहीं यरूशलेम पर भी तुरंत धावा न बोल दे, हिजकिय्याह सन्हेरीब को नज़राने के तौर पर 300 किक्कार चाँदी और 30 किक्कार सोना देने के लिए तैयार हो जाता है, जो कि बहुत बड़ी रकम थी।a—2 राजा 18:14.
5 शाही खज़ाने में इतना सोना-चाँदी नहीं है, इसलिए हिजकिय्याह, यहोवा के मंदिर से जो भी कीमती चीज़ें इकट्ठी कर पाता है, वह सब लेकर नज़राने के तौर पर भेज देता है। वह सोने से मढ़े मंदिर के दरवाज़ों को भी तुड़वाकर सन्हेरीब के पास भेज देता है। यह नज़राना देखकर अश्शूर का राजा कुछ देर के लिए शांत हो जाता है। (2 राजा 18:15,16) मगर हिजकिय्याह को इस बात का एहसास हो गया कि अश्शूरी ज़्यादा समय तक यरूशलेम को नहीं बख्शेंगे। इसलिए उसे तैयारियाँ करनी होंगी। उसके लोग पानी के उन सोतों को बंद कर देते हैं जिससे हमला करनेवाले अश्शूरियों को पानी मिल सकता था। इसके अलावा हिजकिय्याह यरूशलेम की शहरपनाह को और मज़बूत करता है और बड़ी संख्या में हथियार भी बनवाता है जिनमें “बहुत से तीर और ढालें भी” थीं।—2 इतिहास 32:4,5.
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एक राजा को उसके विश्वास का प्रतिफल मिलायशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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a आज के हिसाब से यह 95 लाख (अमरीकी) डॉलर से भी ज़्यादा है।
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