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क्या हम बीते समय के राजाओं से सबक सीखेंगे?प्रहरीदुर्ग (अध्ययन)—2017 | मार्च
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12 दुख की बात है कि हिजकियाह घमंडी हो गया था। उसके साथ “जो भलाई की गयी थी, उसकी उसने कदर नहीं की।” बाइबल यह नहीं बताती कि उसका रवैया क्यों बदल गया। शायद इसलिए कि उसने अश्शूरियों पर जीत पायी थी या इसलिए कि यहोवा ने उसे ठीक कर दिया था या फिर शायद इसलिए कि वह बहुत मालामाल और मशहूर हो गया था। हालाँकि हिजकियाह ने पूरे दिल से यहोवा की सेवा की थी, लेकिन एक वक्त पर वह घमंडी हो गया और यहोवा उससे खुश नहीं था। बाद में ‘हिजकियाह ने खुद को नम्र किया’ और यहोवा ने उसे माफ कर दिया।—2 इति. 32:25-27; भज. 138:6.
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क्या हम बीते समय के राजाओं से सबक सीखेंगे?प्रहरीदुर्ग (अध्ययन)—2017 | मार्च
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14 ऐसे में यीशु की यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए, “जब तुम वे सारे काम कर लो जो तुम्हें दिए गए हैं, तो कहना, ‘हम निकम्मे दास हैं। हमने बस वही किया है, जो हमें करना चाहिए था।’” (लूका 17:10) याद कीजिए कि जब हिजकियाह घमंडी हो गया था, तो उसने इस बात की कदर नहीं की कि यहोवा ने उस पर कितनी भलाई की है। तो फिर जब लोग हमारे भाषण की तारीफ करते हैं, तब हम कैसे नम्र बने रह सकते हैं? हम गहराई से यह सोच सकते हैं कि यहोवा ने किस तरह हमारी मदद की। साथ ही, हम कदरदानी-भरे दिल से लोगों को बता सकते हैं कि यहोवा की मदद से ही हम ऐसा कर पाए। आखिर यहोवा ने ही तो हमें बाइबल और पवित्र शक्ति दी है, जिसकी बदौलत हम भाषण दे पाते हैं।
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