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तुम्हें पवित्र कामों के लिए अलग किया गया हैप्रहरीदुर्ग—2013 | अगस्त 15
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नहेमायाह ने यहोवा की तरफ अपनी वफादारी कैसे दिखायी? (पैराग्राफ 5, 6 देखिए)
5, 6. एल्याशीब और तोबिय्याह कौन थे? किन वजहों से शायद एल्याशीब ने तोबिय्याह के साथ दोस्ती की थी?
5 नहेमायाह 13:4-9 पढ़िए। आज हम बुरे लोगों से घिरे हुए हैं, इसलिए हमारे लिए पवित्र बने रहना आसान नहीं है। एल्याशीब और तोबिय्याह के उदाहरण पर गौर कीजिए। एल्याशीब महायाजक था और तोबिय्याह एक अम्मोनी था, जो शायद फारस के राजा के लिए काम करता था। तोबिय्याह और उसके साथियों ने नहेमायाह को यरूशलेम की दीवार बनाने से रोकने की कोशिश की थी। (नहे. 2:10) अम्मोनियों का मंदिर में कदम रखना मना था। (व्यव. 23:3) तो फिर महायाजक एल्याशीब, तोबिय्याह जैसे इंसान को मंदिर की कोठरी में रहने की इजाज़त कैसे दे सकता था?
6 तोबिय्याह एल्याशीब का करीबी दोस्त बन गया था। तोबिय्याह और उसके बेटे यहोहानान ने यहूदी स्त्रियों से शादी कर ली थी, और बहुत-से यहूदी तोबिय्याह की तारीफ किया करते थे। (नहे. 6:17-19) इसके अलावा, एल्याशीब के एक पोते की शादी, सामरिया के राज्यपाल सम्बल्लत की बेटी से हुई थी। और सम्बल्लत तोबिय्याह के सबसे करीबी दोस्तों में से था। (नहे. 13:28) इसलिए हम अंदाज़ा लगा सकते हैं कि क्यों महायाजक एल्याशीब, अविश्वासी और विरोधी तोबिय्याह की बातों में आ गया। लेकिन नहेमायाह ने यहोवा की तरफ वफादारी दिखाते हुए तोबिय्याह का सारा घरेलू सामान कोठरी के बाहर फेंक दिया।
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तुम्हें पवित्र कामों के लिए अलग किया गया हैप्रहरीदुर्ग—2013 | अगस्त 15
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8. यहोवा के सभी समर्पित सेवकों को अपनी संगति के बारे में क्या बात याद रखनी चाहिए?
8 हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि “बुरी सोहबत अच्छी आदतें बिगाड़ देती है।” (1 कुरिं. 15:33) हमारे कुछ रिश्तेदार भी बुरी सोहबत साबित हो सकते हैं और उनका हम पर बुरा असर हो सकता है। एक वक्त पर एल्याशीब ने यरूशलेम की दीवारें बनाने में नहेमायाह की मदद करके लोगों के आगे एक अच्छी मिसाल रखी थी। (नहे. 3:1) लेकिन समय के चलते, तोबिय्याह और दूसरों के बुरे असर की वजह से एल्याशीब ने कुछ ऐसे काम किए, जिससे वह यहोवा की नज़र में अपवित्र हो गया। अच्छे दोस्त हमें हमेशा मसीही कामों में लगे रहने का बढ़ावा देते हैं, जैसे बाइबल पढ़ना, मसीही सभाओं में हाज़िर होना और प्रचार करना। हमें खासकर हमारे परिवार के उन सदस्यों का शुक्रगुज़ार होना चाहिए जो हमें सही काम करने का बढ़ावा देते हैं।
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