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  • आपकी ज़िंदगी में किस व्यक्‍ति की अहमियत सबसे ज़्यादा है?
    प्रहरीदुर्ग—2011 | मई 15
    • 7, 8. अय्यूब ने किन तकलीफों का सामना किया और वफादारी से धीरज धरकर उसने क्या दिखाया?

      7 यहोवा ने शैतान को अय्यूब पर मुसीबतें लाने की इजाज़त दी। (अय्यू. 1:12-19) तो अय्यूब ने अपनी ज़िंदगी में एक-के-बाद-एक आयीं मुसीबतों का सामना कैसे किया? कहा गया है कि अय्यूब ने “न तो पाप किया, और न परमेश्‍वर पर मूर्खता से दोष लगाया।” (अय्यू. 1:22) पर शैतान ने हार नहीं मानी बल्कि उस पर एक और इलज़ाम लगाया: “खाल के बदले खाल, परन्तु प्राण के बदले मनुष्य अपना सब कुछ दे देता है।”a (अय्यू. 2:4) शैतान ने दावा किया कि अगर खुद अय्यूब को शारीरिक तकलीफ हुई तब उसकी ज़िंदगी में यहोवा कोई अहमियत नहीं रखेगा।

  • आपकी ज़िंदगी में किस व्यक्‍ति की अहमियत सबसे ज़्यादा है?
    प्रहरीदुर्ग—2011 | मई 15
    • a कुछ बाइबल विद्वानों का कहना है कि “खाल के बदले खाल” ये शब्द दिखाते हैं कि अय्यूब अपनी खाल या जान बचाने के लिए अपने बच्चों और जानवरों की खाल या जान दाँव पर लगा सकता था। दूसरों का मानना है कि इसका मतलब है, एक इंसान अपनी खाल बचाने के लिए अपने शरीर का कुछ हिस्सा गँवाने को तैयार हो जाएगा। मसलन अपना सिर बचाने के लिए हो सकता है वह अपना हाथ ऊपर कर ले, इस तरह अपनी जान बचाने के लिए वह अपने शरीर का एक हिस्सा गँवा देगा। इस मुहावरे का अर्थ जो भी हो, लेकिन अय्यूब के बारे में यह बात साफ कही जा रही थी कि वह अपनी जान बचाने के लिए कुछ भी गँवाने को तैयार था।

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