-
मैं परमेश्वर से दोस्ती कैसे कर सकता हूँ?नौजवानों के सवाल—बढ़िया जवाब, भाग 2
-
-
एक और बात है जिससे यहोवा के साथ आपकी दोस्ती गहरी हो सकती है। राजा दाविद ने लिखा, “परखकर देखो कि यहोवा कितना भला है।” (भजन 34:8) बाइबल का यह गीत लिखने से पहले राजा दाविद एक बहुत ही मुश्किल दौर से गुज़रा था। इसराएल का राजा शाऊल हाथ धोकर उसके पीछे पड़ा था। अपनी जान बचाने के लिए वह एक जगह से दूसरी जगह भाग रहा था। कुछ वक्त के लिए उसे अपने दुश्मनों यानी पलिश्तियों के बीच भी रहना पड़ा। एक बार तो उसे पागल होने का ढोंग भी करना पड़ा, ताकि उसकी जान बच जाए।—1 शमूएल 21:10-15.
दाविद ने यह नहीं कहा कि उसकी जान इसलिए बच गयी क्योंकि वह बहुत होशियार था। इसके बजाय उसने कहा कि यहोवा ने उसकी जान बचायी। उसने अपने गीत में लिखा, “मैंने यहोवा से सलाह माँगी और उसने मुझे जवाब दिया। उसने मेरा सारा डर दूर कर दिया।” (भजन 34:4) दाविद ने खुद अपनी ज़िंदगी में देखा था कि यहोवा ने कैसे उसकी मदद की है, इसलिए वह दूसरों से भी कह सका, “परखकर देखो कि यहोवा कितना भला है।”a
-
-
मैं परमेश्वर से दोस्ती कैसे कर सकता हूँ?नौजवानों के सवाल—बढ़िया जवाब, भाग 2
-
-
“सुखी हैं वे जिनमें परमेश्वर से मार्गदर्शन पाने की भूख है।”—मत्ती 5:3.
-