-
‘मेरी आज्ञाएँ मान और जीता रह’प्रहरीदुर्ग—2000 | नवंबर 15
-
-
सुलैमान बताता है, “वह तुरन्त उसके पीछे हो लिया, जैसे बैल कसाई-खाने को, वा जैसे बेड़ी पहिने हुए कोई मूढ़ ताड़ना पाने को जाता है। अन्त में उस जवान का कलेजा तीर से बेधा जाएगा; वह उस चिड़िया के समान है जो फन्दे की ओर बेग से उड़े और न जानती हो कि उस में मेरे प्राण जाएंगे।”—नीतिवचन 7:22, 23.
यह जवान इस बुलावे के लिए ना नहीं कह पाता। समझ-बूझ को ताक पर रखकर, वह उस औरत के पीछे ऐसे जा रहा है “जैसे बैल कसाई-खाने को” जाता है। जैसे बेड़ियों से बँधा आदमी अपनी सज़ा से भाग नहीं सकता वैसे ही यह नौजवान खिंचकर पाप के रास्ते पर चलता चला जा रहा है। उसे अभी इस राह पर कोई खतरा नज़र नहीं आता, लेकिन आखिर में ‘उसका कलेजा तीर से बेधा जाएगा,’ यानी उसे ऐसी चोट लगेगी जो उसकी मौत का सबब बन जाएगी। उसकी मौत इसलिए हो सकती है क्योंकि वह ऐसे नाजायज़ संबंधों से फैलनेवाली जानलेवा बीमारियों को न्यौता दे रहा है।b इस चोट से आध्यात्मिक मायने में भी उसकी मौत हो सकती है; ‘जिसमें उसके प्राण जाएंगे।’ उसके सारे वजूद और उसकी ज़िंदगी पर इसका बुरा असर होगा और वह परमेश्वर के खिलाफ बहुत बड़ा पाप करेगा। वह मानो दौड़कर मौत के फँदे में जा फँसता है जैसे कोई पक्षी जाल में फँस जाता है!
-
-
‘मेरी आज्ञाएँ मान और जीता रह’प्रहरीदुर्ग—2000 | नवंबर 15
-
-
b नाजायज़ संबंधों से फैलनेवाली कुछ बीमारियाँ कलेजे को नुकसान पहुँचाती हैं। मिसाल के लिए, जब सिफिलिस की बीमारी बहुत बढ़ जाती है तो बैक्टीरिया कलेजे पर कब्ज़ा कर लेते हैं। और जिस जीवाणु से गॉनरिया होता है उससे कलेजा सूज जाता है।
-