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रुपए-पैसों के बारे में सही नज़रिया क्या है?सजग होइए!—2007 | जुलाई
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बाइबल का दृष्टिकोण
रुपए-पैसों के बारे में सही नज़रिया क्या है?
बाइबल कहती है: ‘धन रक्षा करता है।’ (सभोपदेशक 7:12, ईज़ी-टू-रीड वर्शन) कैसे? धन या रुपए-पैसों से हम रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी ज़रूरतें पूरी कर पाते हैं। इस तरह रुपया-पैसा, गरीबी और उसके साथ आनेवाली मुश्किलों से हमारी रक्षा करता है। यह बात सोलह आने सच है कि पैसे से लगभग हर चीज़ खरीदी जा सकती है। सभोपदेशक 10:19 कहता है: “रुपयों से सब कुछ प्राप्त होता है।”
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रुपए-पैसों के बारे में सही नज़रिया क्या है?सजग होइए!—2007 | जुलाई
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रुपए-पैसों से भी बढ़कर एक चीज़
राजा सुलैमान ने जब यह बताया कि धन रक्षा करता है, तब उसने कहा: “बुद्धि भी रक्षा करती है” और ‘यह विवेकी जन को जीवित रखती है।’ (सभोपदेशक 7:12, ईज़ी-टू-रीड वर्शन) सुलैमान के कहने का क्या मतलब था? वह उस बुद्धि की बात कर रहा था, जो शास्त्र का सही ज्ञान लेने और परमेश्वर के लिए सही किस्म का भय पैदा करने से मिलती है। परमेश्वर की बुद्धि, रुपयों से भी बढ़कर होती है और इसलिए यह एक इंसान को अनगिनत फँदों से, यहाँ तक कि बेवक्त मौत से भी बचाती है। इसके अलावा, सच्ची बुद्धि एक मुकुट की तरह है, जिसके रखनेवाले की बड़ाई होती है और दूसरे उसे आदर देते हैं। (नीतिवचन 2:10-22; 4:5-9) और क्योंकि यह एक इंसान को परमेश्वर की मंजूरी पाने में मदद देती है, इसलिए इसे “जीवन का वृक्ष” भी कहा गया है।—नीतिवचन 3:18.
जो लोग सच्चे दिल से परमेश्वर की बुद्धि हासिल करना चाहते हैं, साथ ही इसे ढूँढ़ने के लिए तैयार भी हैं, उन्हें यह आसानी से मिल जाएगी। बाइबल कहती है: “हे मेरे पुत्र, यदि तू . . . प्रवीणता और समझ के लिये अति यत्न से पुकारे, और उसको चान्दी की नाईं ढूंढ़े, और गुप्त धन के समान उसकी खोज में लगा रहे; तो तू यहोवा के भय को समझेगा, और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा। क्योंकि बुद्धि यहोवा ही देता है; ज्ञान और समझ की बातें उसी के मुंह से निकलती हैं।”—नीतिवचन 2:1-6.
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