वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • शांति देनेवाले भविष्यवाणी के वचन जो आपके लिए भी हैं
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • 24, 25. किस तरह यहोवा एक बार फिर कुस्रू का ज़िक्र करता है और इससे हमें किस दूसरी भविष्यवाणी की याद आती है?

      24 अब यहोवा फिर से कुस्रू का ज़िक्र करता है: “मैं ने एक को उत्तर दिशा से उभारा, वह आ भी गया है; वह पूर्व दिशा से है और मेरा नाम लेता है; जैसा कुम्हार गिली मिट्टी को लताड़ता है, वैसा ही वह हाकिमों को कीच के समान लताड़ देगा।” (यशायाह 41:25)d यहोवा दूसरे देशों के देवी-देवताओं से कितना अलग है, वह जैसा चाहे वैसा कर सकता है। जब वह “पूर्व दिशा” से कुस्रू को उभारेगा, तो साबित कर दिखाएगा कि वह ना सिर्फ होनेवाली घटनाओं के बारे में पहले से बता सकता है, बल्कि अपनी कही हुई बात को पूरा करने के लिए भविष्य को बदलने की भी ताकत रखता है।

      25 इन शब्दों से हमें प्रेरित यूहन्‍ना की उस भविष्यवाणी की याद आती है, जिसमें उसने समझाया कि किस तरह हमारे समय में भी राजाओं को कार्यवाही करने के लिए उभारा जाएगा। प्रकाशितवाक्य 16:12 में हम पढ़ते हैं कि “पूर्व दिशा के राजाओं के लिये” मार्ग तैयार किया जाएगा। ये राजा कोई और नहीं बल्कि यहोवा परमेश्‍वर और यीशु मसीह हैं। जिस तरह प्राचीन समय में कुस्रू ने परमेश्‍वर के लोगों को आज़ाद करवाया था, उसी तरह कुस्रू से भी शक्‍तिशाली ये दोनों राजा, यहोवा के दुश्‍मनों को मिट्टी में मिला देंगे और फिर अपने लोगों की रखवाली करते हुए उन्हें बड़े क्लेश में से बचाकर धार्मिकता की एक नयी दुनिया में ले जाएँगे।—भजन 2:8,9; 2 पतरस 3:13; प्रकाशितवाक्य 7:14-17.

  • शांति देनेवाले भविष्यवाणी के वचन जो आपके लिए भी हैं
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • d हालाँकि कुस्रू का अपना देश बाबुल के पूर्व में था, मगर जब उसने बाबुल पर आखिरी बार आक्रमण किया, तब वह उत्तर की ओर से यानी एशिया माइनर से आया था।

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें