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  • यहोवा परमेश्‍वर अपने पवित्र मंदिर में है
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 21-23. (क) यशायाह की भविष्यवाणी पहली सदी में किन लोगों पर पूरी हुई और कैसे? (ख) पहली सदी में “पवित्र वंश” कौन था और यह कैसे बचाया गया?

      21 यशायाह के भविष्यवाणी करने के काम ने यह दिखाया कि आगे चलकर, लगभग 800 साल बाद मसीहा यानी यीशु मसीह क्या काम करेगा। (यशायाह 8:18; 61:1,2; लूका 4:16-21; इब्रानियों 2:13,14) यशायाह से कहीं ज़्यादा महान होने पर भी, यीशु अपने स्वर्गीय पिता का काम पूरा करने के लिए उतना ही तत्पर था जितना कि यशायाह। उसने कहा: “देख, मैं आ गया हूं, ताकि . . . तेरी इच्छा पूरी करूं।”—इब्रानियों 10:5-9; भजन 40:6-8.

  • यहोवा परमेश्‍वर अपने पवित्र मंदिर में है
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 25. आज यहोवा के साक्षियों ने क्या जान लिया है, और वे इस बारे में क्या कर रहे हैं?

      25 उसी तरह, आज यहोवा के साक्षियों ने भी यह जान लिया है कि यहोवा परमेश्‍वर अपने पवित्र मंदिर में मौजूद है। (मलाकी 3:1) और यशायाह की तरह वे भी कहते हैं, “मैं यहां हूं! मुझे भेज।” वे पूरे जोश के साथ इस दुष्ट दुनिया पर आनेवाले विनाश का संदेश लोगों को सुना रहे हैं और उन्हें चेतावनी दे रहे हैं। मगर जैसे यीशु ने कहा था, बहुत कम लोग हैं जो अपनी आँखें खोलकर देखते और कान खोलकर सुनते हैं ताकि उनका उद्धार हो सके। (मत्ती 7:13,14) जो लोग दिल से सच्चाई का संदेश सुनते और ‘चंगे हो जाते’ हैं, वे वाकई धन्य हैं, खुश हैं!—यशायाह 6:8,10.

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