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  • “एक नया नाम”
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • यहोवा एक “नया नाम” देता है

      6. सिय्योन के लिए यहोवा ने क्या सोचा है?

      6 अपनी इस स्वर्गीय ‘स्त्री’ सिय्योन के लिए, जिसका प्रतीक प्राचीन यरूशलेम नगरी थी, यहोवा ने क्या सोचा है? वह कहता है: “तब अन्यजातियां तेरा धर्म और सब राजा तेरी महिमा देखेंगे; और तेरा एक नया नाम रखा जाएगा जो यहोवा के मुख से निकलेगा।” (यशायाह 62:2) इस्राएल के धार्मिकता के कामों की वजह से राष्ट्रों को मजबूरन उसकी तरफ ध्यान देना पड़ता है। यहाँ तक कि राजाओं को भी यह मानना पड़ता है कि यहोवा ही यरूशलेम को इस्तेमाल कर रहा है और यहोवा के राज्य के आगे उनकी सारी हुकूमतें फीकी दिखायी देती हैं।—यशायाह 49:23.

      7. सिय्योन को नया नाम दिए जाने का क्या मतलब है?

      7 अब सिय्योन की हालत बदल चुकी है, यह बात सबको बताने के लिए यहोवा उसे एक नया नाम देता है। नया नाम दिए जाने का मतलब है कि सा.यु.पू. 537 से, पृथ्वी पर सिय्योन के बच्चों पर परमेश्‍वर की आशीष है और उन्हें सम्मान का पद मिला है।a यह दिखाता है कि यहोवा ने यह स्वीकार किया है कि सिय्योन उसकी है और वह उसका स्वामी है। आज, परमेश्‍वर का इस्राएल यहोवा का ऐसा अनुग्रह पाकर खुशी से फूला नहीं समाता और उनके साथ-साथ अन्य भेड़ भी आनंद मनाती हैं।

  • “एक नया नाम”
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • a बाइबल की भविष्यवाणियों में ‘एक नए नाम’ का मतलब एक नया ओहदा या आशीष पाना हो सकता है।—प्रकाशितवाक्य 2:17; 3:12.

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