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  • यहोवा अपने नाम की महिमा प्रकट करता है
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • 11. (क) यहोवा “पलटा लेने का दिन” क्यों लाता है? (ख) प्राचीनकाल में “छुड़ाई हुई प्रजा” कौन थे, और आज वे कौन हैं?

      11 यहोवा आगे भी इसका कारण बताता है कि क्यों वह खुद इस काम को पूरा करता है: “पलटा लेने का दिन मेरे मन में था, और मेरी छुड़ाई हुई प्रजा का वर्ष आ पहुंचा है।” (यशायाह 63:4)b सिर्फ यहोवा को उनसे बदला लेने का हक है जो उसके लोगों को नुकसान पहुँचाते हैं। (व्यवस्थाविवरण 32:35) प्राचीनकाल में “छुड़ाई हुई प्रजा” वे यहूदी थे जिन्होंने बाबुल के लोगों के हाथों ज़ुल्म सहे थे। (यशायाह 35:10; 43:1; 48:20) आज के ज़माने में ये अभिषिक्‍त मसीहियों के शेष जन हैं। (प्रकाशितवाक्य 12:17) प्राचीनकाल के यहूदियों की तरह, उन्हें भी झूठे धर्म के शिकंजे से छुड़ाया गया है। और जैसे उन यहूदियों के साथ हुआ, वैसे ही अभिषिक्‍त जनों और ‘अन्य भेड़ों’ के उनके साथियों को सताया गया और उनका सख्त विरोध किया गया है। (यूहन्‍ना 10:16, NW) इसलिए यशायाह की भविष्यवाणी आज मसीहियों को यकीन दिलाती है कि परमेश्‍वर अपने ठहराए हुए समय में उनकी खातिर ज़रूर कार्यवाही करेगा।

  • यहोवा अपने नाम की महिमा प्रकट करता है
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग II
    • b “छुड़ाई हुई प्रजा का वर्ष” और “पलटा लेने का दिन” ये दोनों वाक्य एक ही समय-अवधि का ज़िक्र हो सकते हैं। ध्यान दीजिए कि कैसे यशायाह 34:8 में भी ऐसे ही शब्द इस्तेमाल किए गए हैं।

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