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  • मुसीबत के वक्‍त यहोवा पर भरोसा रखिए
    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • 26, 27. (क) यशायाह किन घटनाओं की भविष्यवाणी करता है? (ख) आज यहोवा के सेवकों के लिए यशायाह के शब्दों का क्या मतलब है?

      26 यशायाह और चेतावनी देता है: “इसलिए कि ये लोग शीलोह के धीरे धीरे बहने वाले जल को त्याग कर रसीन और रमल्याह के पुत्र के साथ आनन्दपूर्वक मिल गए हैं, इसलिए अब देख, प्रभु उन पर फरात महानद की प्रबल और प्रलयंकारी बाढ़ को, अर्थात्‌ अश्‍शूर के राजा को उसके समस्त प्रताप के साथ चढ़ा ले आएगा, और वह सब नदी-नालों से उफनेगा और अपने सब तटों के ऊपर से बहने लगेगा। तब यह बाढ़ यहूदा में चढ़ आएगी, और ऊपर से बह जाएगी तथा बढ़कर उसे गले तक डुबा लेगी। हे इम्मानुएल, तेरा समस्त देश उसके पंखों के फैलने से ढंप जाएगा।”—यशायाह 8:5-8, NHT.

      27 उत्तर में इस्राएल राज्य के “ये लोग,” दाऊद के साथ यहोवा की वाचा को तुच्छ समझकर ठुकरा रहे हैं। (2 राजा 17:16-18) उनके लिए यहोवा की यह वाचा यरूशलेम को पानी देनेवाले “शीलोह के धीरे धीरे बहने वाले जल” की धारा की तरह बेजान और कमज़ोर है। यहूदा के खिलाफ युद्ध करके उनका मन फूल उठा है। मगर यहूदा से इतनी जलन रखने की उन्हें ज़रूर सज़ा दी जाएगी। यहोवा, अश्‍शूरियों की “बाढ़” से अराम और इस्राएल को ‘बहा ले जाएगा’ या तहस-नहस कर डालेगा। और आज भी बहुत जल्द, यहोवा झूठे धर्म के पूरे साम्राज्य को राजनीतिक तत्वों की बाढ़ से तहस-नहस कर देगा। (प्रकाशितवाक्य 17:16; दानिय्येल 9:26 से तुलना कीजिए।) उसके बाद, यशायाह कहता है “बाढ़” का उफनता पानी ‘यहूदा में चढ़ आएगा,’ और “गले तक” यानी यरूशलेम तक चढ़ आएगा जहाँ यहूदा का सिर (राजा) राज करता है।b हमारे दिनों में झूठे धर्म का अंत करनेवाली राजनीतिक संस्थाएँ भी यहोवा के सेवकों को घेर लेंगी और उनके “गले तक” चढ़ आएँगी। (यहेजकेल 38:2,10-16) फिर क्या होगा? यशायाह के दिनों में क्या हुआ था? क्या अश्‍शूरी लोग नगर की दीवारों को पार करके परमेश्‍वर के लोगों को बहा ले गए? नहीं। क्योंकि परमेश्‍वर उनके साथ था।

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    यशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
    • b अश्‍शूर की तुलना एक ऐसे पक्षी से भी की गयी है ‘जिसके पंखों के फैलने से समस्त देश ढंप जाता’ है। जहाँ तक देश का इलाका होगा वहाँ तक अश्‍शूर की सेनाएँ फैल जाएँगी।

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