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“देख कि वहाँ लोग कितने बुरे और घिनौने काम कर रहे हैं”सारी धरती पर यहोवा की शुद्ध उपासना बहाल!
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तीसरा दृश्य: ‘औरतें तम्मूज देवता के लिए रो रही हैं’
13. मंदिर के एक दरवाज़े के पास औरतें क्या कर रही हैं?
13 यहेजकेल 8:13, 14 पढ़िए। दो घिनौने दृश्य दिखाने के बाद यहोवा एक बार फिर यहेजकेल से कहता है, “अब आगे तू लोगों को ऐसे-ऐसे घिनौने काम करते देखेगा जो इससे भी भयंकर हैं।” भविष्यवक्ता अब देखता है कि ‘यहोवा के भवन के उत्तरी दरवाज़े के प्रवेश पर औरतें बैठी हुई तम्मूज देवता के लिए रो रही हैं।’ तम्मूज मेसोपोटामिया का एक देवता है।d माना जाता है कि वह प्रजनन देवी इशतर का पति है। ऐसा मालूम पड़ता है कि इसराएली औरतें तम्मूज की मौत से जुड़ा कोई धार्मिक रस्म मना रही हैं। यहोवा का मंदिर शुद्ध उपासना की खास जगह है, मगर ये औरतें इस मंदिर में तम्मूज के लिए रो रही हैं यानी वहाँ झूठे धर्म का एक रिवाज़ मना रही हैं। लेकिन परमेश्वर के मंदिर में झूठे धर्म का रिवाज़ मनाने से वह रिवाज़ यहोवा की नज़र में पवित्र नहीं हो जाता। तभी तो यहोवा कहता है कि वे औरतें “घिनौने काम” कर रही हैं।
14. उन औरतों ने जो किया, उससे हमें क्या सबक मिलता है?
14 इससे हमें क्या सबक मिलता है? हम जो उपासना करते हैं वह शुद्ध रहे, इसके लिए ज़रूरी है कि हम इसमें झूठे धर्म के अशुद्ध रीति-रिवाज़ों को न मिलाएँ। इसलिए हमें ऐसे त्योहार या जश्न नहीं मनाने चाहिए जो झूठे धर्मों से निकले हैं। मगर क्या वाकई इससे कोई फर्क पड़ता है कि ये त्योहार झूठे धर्मों से निकले हैं? बिलकुल फर्क पड़ता है। हमें शायद लगे कि क्रिसमस, ईस्टर, जन्मदिन वगैरह में जो रिवाज़ मनाए जाते हैं, उनमें कोई बुराई नहीं है। मगर हमें याद रखना चाहिए कि यहोवा ने देखा है कि आज जो त्योहार मनाए जाते हैं, वे किस तरह एक ज़माने में गैर-ईसाई धर्मों में शुरू हुए थे। झूठे धर्म का कोई रिवाज़ भले ही हज़ारों सालों से मनाया जाता हो या उसे शुद्ध उपासना में मिला दिया गया हो, फिर भी यहोवा उसे घिनौना ही समझता है।—2 कुरिं. 6:17; प्रका. 18:2, 4.
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