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मसीहा के बारे में भविष्यवाणी—विशाल देवदारसारी धरती पर यहोवा की शुद्ध उपासना बहाल!
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4. यहोवा ने अपने बेटे को स्वर्गीय सिय्योन पर राजा ठहराया
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‘मैं एक चरवाहे को ठहराऊँगा’सारी धरती पर यहोवा की शुद्ध उपासना बहाल!
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9 इस भविष्यवाणी में क्या बताया गया है? (यहेजकेल 17:22-24 पढ़िए।) अब बड़े-बड़े उकाब नहीं बल्कि यहोवा कुछ करनेवाला है। वह ‘ऊँचे देवदार की चोटी से एक फुनगी लेगा और उसे एक ऊँचे और विशाल पहाड़ पर लगाएगा।’ यह फुनगी खूब बढ़ेगी और “एक विशाल देवदार” बन जाएगी। उसकी छाँव में “हर तरह के पंछी” बसेरा करेंगे। तब ‘मैदान के सभी पेड़’ जान जाएँगे कि यहोवा ने ही उस फुनगी को ऊँचा उठाया है।
10 यह भविष्यवाणी कैसे पूरी होती है? यहोवा ने “ऊँचे देवदार” यानी दाविद के राज-घराने से अपने बेटे यीशु को लिया और उसे “ऊँचे और विशाल पहाड़” यानी स्वर्ग के सिय्योन में राजा ठहराया। (भज. 2:6; यिर्म. 23:5; प्रका. 14:1) यीशु को उसके दुश्मन मामूली और ‘छोटा इंसान’ समझते थे मगर यहोवा ने उसे “दाविद की राजगद्दी” पाने का सम्मान दिया। (दानि. 4:17; लूका 1:32, 33) इस तरह एक ऊँचे देवदार की तरह मसीह को ऊँचा उठाया गया है। जल्द ही उसकी हुकूमत सारी धरती पर बुलंद की जाएगी और उसके राज में सारी प्रजा आशीषें पाएगी। यही वह राजा है जिस पर हम पूरा भरोसा कर सकते हैं। उसके राज की छत्रछाया में आज्ञाकारी इंसान ‘बेखौफ जीएँगे और उन्हें विपत्ति का डर नहीं सताएगा।’—नीति. 1:33.
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