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“तुम ज़िंदा हो जाओगी”सारी धरती पर यहोवा की शुद्ध उपासना बहाल!
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9. प्राचीन इसराएल और “परमेश्वर के इसराएल” के साथ कैसे एक-जैसी घटनाएँ घटीं?
9 इसराएल की बहाली के बारे में यहेजकेल की भविष्यवाणियाँ और दूसरी कुछ भविष्यवाणियाँ आगे चलकर बड़े पैमाने पर भी पूरी हुईं। (प्रेषि. 3:21) जिस तरह प्राचीन इसराएल राष्ट्र एक तरह से ‘मारा गया’ था और एक लंबे समय तक बेजान हालत में रहा, उसी तरह ‘परमेश्वर का इसराएल’ यानी अभिषिक्त मसीहियों की मंडली लाक्षणिक रूप से मार डाली गयी और लंबे समय तक बँधुआई में बेजान हालत में रही। (गला. 6:16) ऐसे में अभिषिक्त मसीहियों की मंडली की हालत उन हड्डियों की तरह हो गयी जो “एकदम सूखी” हुई थीं। यहोवा के साथ उसका रिश्ता टूट चुका था। (यहे. 37:2) जैसे हमने पिछले अध्याय में जाना था, अभिषिक्त मसीहियों की मंडली दूसरी सदी से कई सदियों तक मानो बँधुआई में रही। यीशु ने भी गेंहू और जंगली पौधों की मिसाल देकर भविष्यवाणी की थी कि ऐसा होगा।—मत्ती 13:24-30.
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“तुम ज़िंदा हो जाओगी”सारी धरती पर यहोवा की शुद्ध उपासना बहाल!
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a यहेजकेल ने दर्शन में ऐसे लोगों की हड्डियाँ देखीं जो “मारे गए” थे, न कि अपने आप मर गए थे। (यहे. 37:9) इससे पता चलता है कि पूरे इसराएल राष्ट्र की हालत मुरदों जैसी क्यों हो गयी थी। जब दस गोत्रोंवाले इसराएल राज्य के लोगों को अश्शूरी लोग बंदी बनाकर ले गए और बाद में दो गोत्रोंवाले यहूदा राज्य के लोगों को बैबिलोनी लोग बंदी बनाकर ले गए, तो “इसराएल का पूरा घराना” एक तरह से मार डाला गया। मतलब, यहोवा के साथ उनका रिश्ता टूट गया।
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