-
नहूम, हबक्कूक और सपन्याह किताबों की झलकियाँप्रहरीदुर्ग—2007 | दिसंबर 1
-
-
3:9—“शुद्ध भाषा” क्या है और यह कैसे बोली जाती है? यह परमेश्वर के बारे में सच्चाई है, जो उसके वचन बाइबल में पायी जाती है। इस भाषा में बाइबल की सभी शिक्षाएँ शामिल हैं। सच्चाई में विश्वास करने, दूसरों को यह सच्चाई सिखाने और परमेश्वर की मरज़ी के मुताबिक जीने के ज़रिए हम यह भाषा बोलते हैं।
-
-
नहूम, हबक्कूक और सपन्याह किताबों की झलकियाँप्रहरीदुर्ग—2007 | दिसंबर 1
-
-
3:8, 9, नयी हिन्दी बाइबिल। आज जब हम यहोवा के दिन का इंतज़ार करते हैं, तो हम “शुद्ध बोली” बोलने और परमेश्वर को अपना समर्पण करके ‘उसका नाम पुकारने’ के ज़रिए अपने बचाव की तैयारी करते हैं। इतना ही नहीं, हम अपने भाइयों के साथ “कंधे से कंधा मिलाकर” यहोवा की सेवा करते हैं और उसके आगे अपने “स्तुतिरूपी बलिदान” की भेंट चढ़ाते हैं।—इब्रानियों 13:15.
-