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‘मेरी याद में ऐसा ही करना’प्रहरीदुर्ग—2013 | दिसंबर 15
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9. यीशु के ज़रिए इस्तेमाल की गयी रोटी के बारे में कुछ लोग क्या गलत राय रखते हैं?
9 चर्च जानेवाले कुछ लोगों का कहना है कि यीशु ने रोटी के सिलसिले में असल में यह कहा था: ‘यह मेरी देह है।’ इसलिए उनका मानना है कि रोटी चमत्कार से यीशु का माँस बन गयी थी। लेकिन यह सच नहीं है।a यीशु का शरीर और बिन खमीर की वह रोटी दोनों ही वफादार प्रेषितों के सामने थीं। जी हाँ, यीशु दरअसल कह रहा था कि वह रोटी उसके शरीर का सिर्फ एक प्रतीक है। यीशु अकसर इस तरह तुलना करके सिखाया करता था।—यूह. 2:19-21; 4:13, 14; 10:7; 15:1.
10. प्रभु के संध्या भोज में इस्तेमाल की जानेवाली रोटी किसे दर्शाती है?
10 जो रोटी प्रेषितों के सामने थी और जिसे वे बस खाने ही वाले थे, वह यीशु के शरीर का प्रतीक थी। एक वक्त पर सच्चे मसीहियों को लगता था कि उस रोटी का मतलब है अभिषिक्त मसीहियों की मंडली, जिसे बाइबल में “मसीह का शरीर” कहा गया है। उन्हें ऐसा इसलिए लगता था क्योंकि यीशु ने रोटी के कई टुकड़े किए थे, जबकि उसके शरीर की एक भी हड्डी नहीं तोड़ी गयी थी। (इफि. 4:12; रोमि. 12:4, 5; 1 कुरिं. 10:16, 17; 12:27) लेकिन जब उन्होंने इस बारे में और खोजबीन की, तो उन्हें एहसास हुआ कि रोटी का मतलब यीशु का इंसानी शरीर है। शास्त्र में अकसर इस बारे में बताया गया है कि यीशु ने कैसे “शारीरिक दुःख झेला,” यहाँ तक कि उसे सूली पर भी चढ़ाया गया। इसलिए प्रभु के संध्या भोज में इस्तेमाल की जानेवाली रोटी उस इंसानी शरीर को दर्शाती है, जिसे यीशु ने हमारे पापों की खातिर कुरबान कर दिया था।—1 पत. 2:21-24; 4:1; यूह. 19:33-36; इब्रा. 10:5-7.
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‘मेरी याद में ऐसा ही करना’प्रहरीदुर्ग—2013 | दिसंबर 15
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15, 16. प्रभु के संध्या भोज के दौरान रोटी के साथ क्या किया जाता है?
15 दोनों आशाओं के बारे में बताने के बाद, वक्ता हाज़िर लोगों का ध्यान उसके पास मेज़ पर रखे दोनों प्रतीकों, यानी बिन खमीर की रोटी और लाल दाख-मदिरा की तरफ खींचेगा। वह कहेगा कि यीशु ने अपने प्रेषितों को प्रभु के संध्या भोज पर जो करने के लिए कहा था, अब वह करने का समय आ गया है। वक्ता बाइबल से वह वाकया पढ़ेगा, जहाँ बताया गया है कि यीशु ने पहली बार यह समारोह कैसे मनाया था। हो सकता है वह मत्ती का ब्यौरा पढ़े, जहाँ लिखा है: “यीशु ने एक रोटी ली और प्रार्थना में धन्यवाद देने के बाद उसे तोड़ा और चेलों को देते हुए कहा: ‘लो, खाओ। यह मेरे शरीर का प्रतीक है।’ ” (मत्ती 26:26) यीशु ने रोटी के टुकड़े किए ताकि वह उसे अपनी दोनों तरफ बैठे प्रेषितों को दे सके। आप 14 अप्रैल को होनेवाले स्मारक में देखेंगे कि प्लेट में बिन खमीर की रोटी के पहले से ही कुछ टुकड़े करके रखे गए हैं।
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