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यूहन्ना किताब की झलकियाँप्रहरीदुर्ग—2008 | अप्रैल 15
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19:11—जब यीशु ने पीलातुस से कहा कि जिसने मुझे तेरे हाथ पकड़वाया है, उसका पाप अधिक है, तो क्या वह यहूदा इस्करियोती की बात कर रहा था? यीशु किसी एक व्यक्ति की बात नहीं कर रहा था। ऐसा मालूम होता है, वह उन सबकी बात कर रहा था, जो उसको जान से मारने के दोषी थे। इनमें यहूदा और “महायाजक और सारी महासभा” शामिल थी। इसमें वे ‘लोग’ भी शामिल थे, जिन्होंने यीशु के दुश्मनों की बातों में आकर बरअब्बा की रिहाई की माँग की थी।—मत्ती 26:59-65; 27:1, 2, 20-22.
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यूहन्ना किताब की झलकियाँप्रहरीदुर्ग—2008 | अप्रैल 15
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14:26; 16:13. यहोवा की पवित्र आत्मा सिखाने और उन बातों की याद दिलाने में मदद करती है, जो हमने पहले सीखी थीं। यह आत्मा, नयी सच्चाइयों को भी प्रकट करती हैं। इस तरह यह हमें ज्ञान, बुद्धि, समझ, फैसला करने और सोच-समझने की काबिलीयत बढ़ाने में मदद देती है। इसलिए हमें प्रार्थना में लगे रहना चाहिए और परमेश्वर से खासकर उसकी आत्मा के लिए बिनती करनी चाहिए।—लूका 11:5-13.
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