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“आनंद और पवित्र शक्ति से भरपूर”‘परमेश्वर के राज के बारे में अच्छी तरह गवाही दो’
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6, 7. (क) सिरगियुस पौलुस कौन है? बार-यीशु क्यों पूरी कोशिश करता है कि सिरगियुस पौलुस खुशखबरी ना अपनाए? (ख) बार-यीशु को रोकने के लिए शाऊल क्या करता है?
6 पहली सदी में कुप्रुस द्वीप के लोग झूठे देवी-देवताओं को मानते थे। बरनबास और शाऊल को इस बात का एहसास तब होता है जब वे द्वीप के पश्चिमी तट पर बसे पाफुस शहर पहुँचते हैं। वहाँ उन्हें ‘बार-यीशु नाम का एक यहूदी मिलता है। वह एक जादूगर और झूठा भविष्यवक्ता है।’ और ‘वह उस प्रांत के राज्यपाल सिरगियुस पौलुस के साथ-साथ रहता है। सिरगियुस पौलुस एक अक्लमंद इंसान है।’f उन दिनों, रोम के बड़े-बड़े लोग यहाँ तक कि सिरगियुस पौलुस जैसे “अक्लमंद इंसान” भी ज़रूरी फैसले करते वक्त जादूगरों या ज्योतिषियों से सलाह लेते थे। लेकिन राज का संदेश सुनकर सिरगियुस पौलुस की दिलचस्पी बढ़ जाती है और वह “परमेश्वर का वचन सुनने की गहरी इच्छा” दिखाता है। बार-यीशु को यह बात अच्छी नहीं लगती। इस आदमी को इलीमास नाम से भी जाना जाता है जिसका मतलब ही “जादूगर” है।—प्रेषि. 13:6-8.
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“आनंद और पवित्र शक्ति से भरपूर”‘परमेश्वर के राज के बारे में अच्छी तरह गवाही दो’
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f कुप्रुस द्वीप में रोमी सरकार का शासन था और उन्होंने अपनी तरफ से एक राज्यपाल को वहाँ ठहराया था।
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