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  • एक दूसरे के साथ प्रेम का व्यवहार रखना
    आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं
    • ८. (क) पौलुस और बरनबास के मध्य क्या समस्या उत्पन्‍न हुई थी? (ख) यदि आप वहाँ होते और इस झगड़े को देखते तो आप किस निष्कर्ष पर पहुंचते?

      ८ एक समय प्रेरित पौलुस और उसके बरनबास नामक यात्री साथी के मध्य भी एक समस्या उठी थी। जबकि वे अपनी दूसरी धर्म प्रचार यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे थे तो बरनबास अपने संबंधी भाई मरकुस को भी साथ ले जाना चाहता था। तथापि पौलुस मरकुस को साथ नहीं ले जाना चाहता था क्योंकि मरकुस उनकी पहली धर्म प्रचार यात्रा के दौरान उनका साथ छोड़कर अपने घर चला गया था। (प्रेरितों के काम १३:१३) बाइबल कहती है: “इस पर दोनों के मध्य क्रोध का तीव्र विस्फोट हुआ और वे दोनों एक दूसरे से अलग हो गये।” (प्रेरितों के काम १५:३७-४०) क्या आप ऐसी कल्पना कर सकते हैं! यदि आप वहाँ होते और उस “क्रोध के तीव्र विस्फोट” को देखते तो क्या आप इस निष्कर्ष पर पहुंचते क्योंकि जिस तरह का व्यवहार पौलुस और बरनबास ने प्रदर्शित किया, तो वे परमेश्‍वर के संगठन का भाग नहीं थे?

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    आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं
    • ११. (क) पौलुस और बरनबास के मध्य क्रोध का तीव्र विस्फोट हो जाने के बावजूद उन्होंने कैसे प्रदर्शित किया कि वे सच्चे मसीही हैं? (ख) हम उनके इस नमूने से कैसे लाभान्वित हो सकते हैं?

      ११ पौलुस और बरनबास के मध्य जो समस्या उत्पन्‍न हुई थी उसका क्या हुआ? वह भी प्रेम द्वारा हल की गयी। क्योंकि जब बाद में पौलुस ने कुरिन्थियों की सभा को लिखा तो उसने बरनबास को अपना निकटतम संगी कार्यकर्त्ता बताया। (१ कुरिन्थियों ९:५, ६) यद्यपि पौलुस के पास एक यात्रा साथी के रूप में मरकुस की योग्यता पर सन्देह करने का उचित कारण था, फिर भी यह युवा पुरुष बाद में परिपक्वता के उस बिन्दु तक पहुंच गया था कि जिससे पौलुस तीमुथियुस को लिख सकता था: “मरकुस को अपने साथ लेकर आ जा क्योंकि वह सेवा कार्य में मेरे लिये उपयोगी है।” (२ तीमुथियुस ४:११) हम मतभेद दूर करने के इस उदाहरण से लाभान्वित हो सकते हैं।

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