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  • धोखे से बचने के लिए अपनी चौकसी कीजिए
    प्रहरीदुर्ग—2004 | फरवरी 15
    • 5. अंत के दिनों में शैतान ने धोखा देने की अपनी कोशिशें कैसे तेज़ कर दी हैं, और उसने खास तौर पर किसे अपना निशाना बनाया है?

      5 अंत के इन दिनों में शैतान ने अपनी कोशिशें और तेज़ कर दी हैं। उसे धरती पर फेंक दिया गया है। वह जानता है कि उसका थोड़ा ही समय बचा है, इसलिए वह “बड़े क्रोध” में है। वह अपने साथ ज़्यादा-से-ज़्यादा इंसानों को लेकर मरना चाहता है जिस वजह से वह ‘सारे संसार को भरमा रहा है।’ (प्रकाशितवाक्य 12:9, 12) शैतान उनमें से नहीं जो कभी-कभार भरमाए बल्कि उसने तो इंसानों को भरमाने के लिए दिन-रात एक कर रखा है।a अविश्‍वासियों की बुद्धि को अंधा करने और उन्हें परमेश्‍वर से दूर रखने के लिए वह अपने हथियारों में हर किस्म के धोखे यानी ठग-विद्या और विश्‍वासघात का इस्तेमाल करता है। (2 कुरिन्थियों 4:4) यह महा धोखेबाज़ खास तौर पर उन लोगों को फाड़ खाने पर तुला है जो “आत्मा और सच्चाई” से परमेश्‍वर की उपासना कर रहे हैं। (यूहन्‍ना 4:24; 1 पतरस 5:8) मत भूलिए कि शैतान ने एक तरह से यह दावा किया है कि ‘मैं जिसे चाहूँ उसे परमेश्‍वर से दूर कर सकता हूँ।’ (अय्यूब 1:9-12) आइए हम गौर करें कि शैतान की कुछ “धूर्त युक्‍तियाँ” क्या हैं और हम उनसे कैसे अपनी चौकसी कर सकते हैं।—इफिसियों 6:11.

  • धोखे से बचने के लिए अपनी चौकसी कीजिए
    प्रहरीदुर्ग—2004 | फरवरी 15
    • a प्रकाशितवाक्य 12:9 में जिस क्रिया का अनुवाद ‘भरमाना’ किया गया है, उसके बारे में एक किताब कहती है कि यह “एक लगातार की जानेवाली कोशिश है जो अब उसकी फितरत बन चुकी है।”

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