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  • बाइबल क्यों पढ़ें?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 1
    • एक औरत किताबों की अलमारी से बाइबल निकाल रही है

      पहले पेज का विषय | बाइबल पढ़ना फायदेमंद और मज़ेदार कैसे बनाएँ?

      बाइबल क्यों पढ़ें?

      “मुझे लगता था कि बाइबल समझना बहुत मुश्‍किल होगा।”—जूवी

      “मैं सोचती थी कि इसे पढ़ना बहुत बोरिंग होगा।”—क्वीनी

      “जब मैंने देखा कि बाइबल कितनी मोटी किताब है, तो इसे पढ़ने की जो थोड़ी-बहुत इच्छा थी, वह भी चली गयी।”—इज़ेक्येल

      क्या कभी आपका बाइबल पढ़ने का मन हुआ? लेकिन क्या फिर आपने इसे पढ़ने का खयाल मन से निकाल दिया क्योंकि आपको भी कुछ वैसा ही लगा, जैसे इन लोगों को लगा? बहुत-से लोग सोचते हैं कि बाइबल पढ़ना बहुत मुश्‍किल है। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे तरीके हैं जिन्हें अपनाने से आपको बाइबल पढ़ने में बहुत मज़ा आ सकता है? और-तो-और बाइबल पढ़ने से आपको ज़िंदगी में ढेरों खुशियाँ मिल सकती हैं। क्या आप जानना चाहेंगे कि इससे आपको और कौन-से फायदे हो सकते हैं?

      कुछ लोगों ने बताया है कि उन्हें बाइबल पढ़ने से कैसे फायदा हुआ है। ज़रा उनकी बातों पर ध्यान दीजिए:

      इज़ेक्येल, जो करीब 20-22 साल का है, कहता है, “कुछ समय पहले मैं एक ऐसे इंसान की तरह था जो मानो कार चला रहा है, लेकिन यह नहीं जानता कि कहाँ जा रहा है। पर बाइबल पढ़ने से मेरी ज़िंदगी को सही दिशा मिल गयी। इसमें ऐसी सलाह दी गयी हैं, जिन्हें मैं हर दिन अपनी ज़िंदगी में लागू कर सकता हूँ।”

      फ्रीडा करीब 25 साल की है। वह कहती है, “पहले मुझे बहुत गुस्सा आता था। लेकिन जब से मैं बाइबल पढ़ने लगी हूँ, मैंने अपने गुस्से पर काबू करना सीखा है। अब लोग मुझसे आसानी से बात कर पाते हैं और मेरे पहले से कहीं ज़्यादा दोस्त हैं।”

      करीब 55 साल की यूनेस कहती है, “बाइबल पढ़ने से दिन-ब-दिन मेरी शख्सियत में निखार आता जा रहा है और मैं अपनी बुरी आदतों को भी छोड़ पा रही हूँ।”

      बाइबल पढ़ने से इन लोगों को और इनकी तरह लाखों लोगों को कई फायदे हुए हैं। आप भी ये फायदे पा सकते हैं। (यशायाह 48:17, 18) जैसे इसमें दी सलाह से आप अपनी ज़िंदगी में अच्छे फैसले कर सकते हैं, अच्छे दोस्त बना सकते हैं, मुश्‍किलों का सामना कर सकते हैं और सबसे बढ़कर, आप परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई जान सकते हैं। बाइबल में दी सलाह परमेश्‍वर की तरफ से है, इसलिए अगर आप इस पर चलेंगे, तो आपको कभी नुकसान नहीं होगा। परमेश्‍वर कभी गलत सलाह नहीं देता।

      क्यों न आप इसे पढ़कर देखें? लेकिन आप ऐसा क्या कर सकते हैं, जिससे आपके लिए बाइबल पढ़ना आसान हो सके और मज़ेदार भी?

  • बाइबल पढ़ना कैसे शुरू करें?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 1
    • पहले पेज का विषय | बाइबल पढ़ना फायदेमंद और मज़ेदार कैसे बनाएँ?

      बाइबल पढ़ना कैसे शुरू करें?

      एक औरत बाइबल पढ़ने से पहले प्रार्थना कर रही है

      बाइबल पढ़ना मज़ेदार बनाने के लिए और इससे पूरा-पूरा फायदा पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं? यहाँ दिए पाँच सुझावों पर ध्यान दीजिए, जिन्हें अपनाने से कई लोगों को फायदा हुआ है।

      अच्छा माहौल चुनिए। एक शांत माहौल ढूँढ़िए। जहाँ तक हो सके ध्यान भटकानेवाली बातों से दूर रहिए ताकि आप अपना पूरा ध्यान पढ़ने पर लगा सकें। रौशनी और ताज़ी हवा हो, तो पढ़ने में मन लगा रहेगा।

      सही मन बनाइए। परमेश्‍वर ने बाइबल अपने बच्चों के लिए यानी हमारे लिए लिखवायी है। एक छोटा बच्चा अपने पिता से सीखने के लिए हमेशा तैयार रहता है, तो अगर हम बच्चों की तरह सोच रखें और बाइबल पढ़ें, तो हमें ज़रूर फायदा होगा। पर इसके लिए हमें अपने मन से बाइबल के बारे में कोई भी गलत खयाल या सोच निकालनी होगी ताकि हमारा प्यारा पिता हमें सिखा सके।—भजन 25:4.

      पढ़ने से पहले प्रार्थना कीजिए। बाइबल में परमेश्‍वर के विचार बताए गए हैं, इसलिए इसे समझने के लिए हमें मदद चाहिए। परमेश्‍वर ने हमसे वादा किया है कि वह “अपने माँगनेवालों को पवित्र शक्‍ति” देगा। (लूका 11:13) पवित्र शक्‍ति की मदद से हम उसके विचार समझ सकते हैं। धीरे-धीरे यह “परमेश्‍वर की गहरी बातों” को समझने में भी हमारी मदद करेगी।—1 कुरिंथियों 2:10.

      समझकर पढ़िए। किताब खत्म करने के इरादे से मत पढ़िए। आप जो पढ़ते हैं, उसके बारे में सोचिए। खुद से इस तरह के सवाल कीजिए: ‘मैंने जिस इंसान के बारे में पढ़ रहा हूँ, उसमें कौन-से गुण हैं? ये गुण मैं कैसे अपना सकता हूँ?’

      कुछ लक्ष्य रखिए। अगर आप चाहते हैं कि आपको बाइबल पढ़ने से फायदा हो, तो कुछ ऐसा सीखने के बारे में सोचिए जिससे आपकी ज़िंदगी और अच्छी हो जाए। जैसे, ‘मैं एक अच्छा इंसान या एक अच्छा जीवन-साथी कैसे बन सकता हूँ?’ या ‘मैं बाइबल से परमेश्‍वर के बारे में और क्या सीख सकता हूँ?’ फिर जैसा आप सोच रहे हैं, उसे ध्यान में रखकर बाइबल के वे भाग पढ़िए जिनसे आप वे बातें सीख सकें।a

      अगर आप इस लेख में दिए पाँच सुझाव अपनाएँ, तो आप आसानी से बाइबल पढ़ना शुरू कर पाएँगे। लेकिन आप इसे और मज़ेदार कैसे बना सकते हैं? अगले लेख में इस बारे में बताया गया है।

      a अगर आप नहीं जानते कि बाइबल के किस भाग में इस बारे में जानकारी दी गयी है, तो आप यहोवा के साक्षियों से बात कर सकते हैं। उन्हें आपको बताने में खुशी होगी।

      बाइबल पढ़ते वक्‍त . . .

      • जल्दबाज़ी मत कीजिए

      • उसमें डूब जाइए और कल्पना कीजिए

      • सोचिए कि वह बात आस-पास की आयतों से कैसे जुड़ी है

      • सोचिए कि इससे आप क्या सीख सकते हैं

  • बाइबल पढ़ना मज़ेदार कैसे बनाएँ?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 1
    • एक औरत बाइबल पर आधारित किताबों-पत्रिकाओं की मदद से बाइबल अच्छी तरह समझने की कोशिश कर रही है

      पहले पेज का विषय | बाइबल पढ़ना फायदेमंद और मज़ेदार कैसे बनाएँ?

      बाइबल पढ़ना मज़ेदार कैसे बनाएँ?

      बाइबल पढ़ना आपको कैसा लगता है? क्या आप बोर हो जाते हैं या फिर आपको पढ़कर अच्छा लगता है? यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप पढ़ने के लिए कौन-सा तरीका अपनाते हैं। आइए देखें कि बाइबल पढ़ना मज़ेदार कैसे बनाया जा सकता है।

      ऐसी बाइबल चुनिए जिसका अनुवाद सही हो और जिसकी भाषा आसान हो। अगर आप ऐसा कुछ पढ़ रहे हैं जो समझने में आसान नहीं है या जो आजकल की बोलचाल की भाषा में नहीं लिखा गया है, तो आपको वह पढ़ने में मज़ा नहीं आएगा। ऐसी बाइबल चुनिए, जिसकी भाषा समझने में आसान हो और जो आपके दिल को छू जाए। लेकिन उस बाइबल का अनुवाद सही होना चाहिए।a

      नयी तकनीकों का इस्तेमाल कीजिए। आज बाइबल न सिर्फ छपी हुई किताब के रूप में मिलती है, बल्कि आप इसे इंटरनेट के ज़रिए अपने कंप्यूटर में, टैबलेट या मोबाइल फोन पर भी पढ़ सकते हैं या फिर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। मोबाइल या टैबलेट वगैरह पर बाइबल के कुछ अनुवादों में ऐसी भी सुविधा है कि जब आप बाइबल से कोई आयत पढ़ रहे हैं, तो आप उस विषय पर बाइबल की कुछ और आयतें तुरंत ढूँढ़ सकते हैं या वही आयत दूसरे अनुवादों में पढ़ सकते हैं। अगर आप पढ़ने के बजाय सुनना पसंद करते हैं, तो बाइबल की रिकॉर्डिंग भी सुन सकते हैं। कई लोग सफर करते वक्‍त, घरेलू काम या कुछ और करते वक्‍त इसे सुनना पसंद करते हैं। आप भी इनमें से कोई एक तरीका चुन सकते हैं।

      बाइबल पर आधारित किताबों-पत्रिकाओं से और जानकारी पाइए। बाइबल समझने के लिए कुछ किताबें-पत्रिकाएँ हैं, जैसे कुछ ऐसे नक्शों की किताबें, जिनमें आप बाइबल के ज़माने की उन जगहों को ढूँढ़ सकते हैं जिनके बारे में आप पढ़ रहे हैं। इस तरह आप बाइबल में दी घटनाएँ और अच्छी तरह समझ सकते हैं। कुछ लेखों से भी आप बाइबल के कई भागों के बारे में और जानकारी ले सकते हैं, जैसे इस पत्रिका में दिए लेखों से या फिर jw.org वेबसाइट के “शास्त्र से जानिए” भाग में दिए लेखों से।

      अपने पढ़ने के तरीके में फेरबदल कीजिए। अगर आपको बाइबल शुरू से लेकर आखिरी पन्‍ने तक पढ़नी बहुत मुश्‍किल लगती है, तो क्यों न आप उन भागों को पढ़ें, जो आपको अच्छे लगते हैं। अगर आप बाइबल के कुछ जाने-माने किरदारों के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप वे भाग पढ़िए जिनमें उन किरदारों के बारे में लिखा हुआ है। इस तरीके से बाइबल पढ़ने के लिए इस लेख के साथ दिए बक्स “बाइबल के किरदारों से रू-ब-रू होइए” में एक सुझाव दिया गया है। आप चाहें तो विषय के मुताबिक बाइबल पढ़ सकते हैं या जिस क्रम में घटनाएँ घटी हैं, उस क्रम में पढ़ सकते हैं। आप इनमें से कोई भी तरीका अपना सकते हैं।

      a बहुत-से लोगों को हिंदी में पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद सही, भरोसेमंद और पढ़ने में आसान लगता है। यह बाइबल यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित की है, जो 130 भाषाओं में उपलब्ध है। आप इसे jw.org वेबसाइट से या JW लाइब्रेरी ऐप से डाउनलोड कर सकते हैं या फिर अगर आप चाहते हैं, तो यहोवा के साक्षी आपके घर आकर इसे दे सकते हैं।

      बाइबल के किरदारों से रू-ब-रू होइए

      परमेश्‍वर से प्यार करनेवाली स्त्रियाँ

      अबीगैल

      1 शमूएल अध्याय 25

      एस्तेर

      एस्तेर अध्याय 2-5, 7-9

      मरियम

      (यीशु की माँ) मत्ती अध्याय 1-2; लूका अध्याय 1-2; साथ ही यूहन्‍ना 2:1-12; प्रेषितों 1:12-14; 2:1-4 भी देखिए

      राहाब

      यहोशू अध्याय 2, 6; साथ ही इब्रानियों 11:30, 31; याकूब 2:24-26 भी देखिए

      रिबका

      उत्पत्ति 24-27

      सारा

      उत्पत्ति अध्याय 17-18, 20-21, 23; साथ ही इब्रानियों 11:11; 1 पतरस 3:1-6 भी देखिए

      हन्‍ना

      1 शमूएल अध्याय 1-2

      परमेश्‍वर से प्यार करनेवाले पुरुष

      अब्राहम

      उत्पत्ति अध्याय 11-24; साथ ही उत्पत्ति 25:1-11 भी देखिए

      दाविद

      1 शमूएल अध्याय 16-30; 2 शमूएल अध्याय 1-24; 1 राजा अध्याय 1-2

      नूह

      उत्पत्ति अध्याय 5-9

      पतरस

      मत्ती अध्याय 4, 10, 14, 16-17, 26; प्रेषितों अध्याय 1-5, 8-12

      पौलुस

      प्रेषितों अध्याय 7-9, 13-28

      मूसा

      निर्गमन अध्याय 2-20, 24, 32-34; गिनती अध्याय 11-17, 20-21, 27, 31; व्यवस्थाविवरण अध्याय 34

      यीशु

      मत्ती, मरकुस, लूका और यूहन्‍ना की लिखी खुशखबरी की किताबें

      बाइबल की समझ देनेवाली किताबें, जो यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित की हैं

      • JW.ORG—इस वेबसाइट पर बाइबल पर आधारित बहुत-सी किताबें-पत्रिकाएँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा “पवित्र शास्त्र से जुड़े सवालों के जवाब” नाम का एक भाग है। इस वेबसाइट पर JW लाइब्रेरी ऐप डाउनलोड करने के लिए हिदायतें भी दी गयी हैं

      • ‘उत्तम देश को देख’—इस ब्रोशर में बाइबल में बतायी जगहों की तसवीरें और नक्शे दिए गए हैं

      • इंसाइट ऑन द स्क्रिप्चर्स—यह बाइबल का विश्‍वकोश है, जिसके दो खंड हैं। इसमें बाइबल के किरदारों, जगहों और शब्दों के बारे में समझाया गया है

      • “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र”—सच्चा और फायदेमंद—इस नाम के चार ब्रोशर हैं, जिनमें बताया गया है कि बाइबल की कुछ किताबें कब, कहाँ और क्यों लिखी गयीं और उन किताबों का सारांश दिया गया है

      • परमेश्‍वर के वचन का अध्ययन करने में एक मदद—इस छोटी-सी किताब में इसराएलियों के और यीशु के ज़माने के इतिहास के बारे में दिलचस्प जानकारी, तसवीरें और नक्शे दिए गए हैं

      • परमेश्‍वर का पैगाम—आपके नाम—इस 32 पेज के ब्रोशर में बताया गया है कि कैसे बाइबल की हर किताब एक ही विषय पर एक-दूसरे से जुड़ी हुई है

  • बाइबल पढ़ने से ज़िंदगी कैसे सँवर जाती है?
    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए)—2017 | अंक 1
    • पति-पत्नी साथ मिलकर खाना बना रहे हैं

      पहले पेज का विषय | बाइबल पढ़ना फायदेमंद और मज़ेदार कैसे बनाएँ?

      बाइबल पढ़ने से ज़िंदगी कैसे सँवर जाती है?

      बाइबल बाकी किताबों की तरह नहीं है। इसमें दी सलाह परमेश्‍वर की तरफ से है। (2 तीमुथियुस 3:16) इसमें दी बातों का हम पर गहरा असर हो सकता है। बाइबल में लिखा है, “परमेश्‍वर का वचन जीवित है और ज़बरदस्त ताकत रखता है।” (इब्रानियों 4:12) इसमें हमारी ज़िंदगी सँवारने की ताकत है। कैसे? एक तो इससे हमें रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए अच्छी सलाह मिलती है और दूसरा, इससे हम परमेश्‍वर और उसके वादों के बारे में जान पाते हैं।—1 तीमुथियुस 4:8; याकूब 4:8.

      अपनी ज़िंदगी सँवारें। बाइबल की सलाह से हमें अपने निजी मामलों में भी बहुत मदद मिलती है। जैसे कुछ बातें आगे बतायी गयी हैं।

      • लोगों के साथ अच्छे रिश्‍ते रखना।—इफिसियों 4:31, 32; 5:22, 25, 28, 33.

      • सेहतमंद रहना और जज़बातों पर काबू पाना।—भजन 37:8; नीतिवचन 17:22.

      • नैतिक स्तर।—1 कुरिंथियों 6:9, 10.

      • रुपए-पैसे के बारे में सही नज़रिया रखना।—नीतिवचन 10:4; 28:19; इफिसियों 4:28.a

      एशिया में रहनेवाले एक पति-पत्नी, विसेंट और आनलू, को बाइबल में दी सलाह से बहुत फायदा हुआ। जब उनकी नयी-नयी शादी हुई थी, उस वक्‍त उन्हें भी कुछ परेशानियाँ हुईं जैसे नए शादीशुदा लोगों को होती हैं। दोनों का स्वभाव थोड़ा अलग था और वे खुलकर बातचीत भी नहीं कर पाते थे। फिर उन्होंने बाइबल में दी सलाह पर चलना शुरू किया। विसेंट कहता है, “मैंने बाइबल से जो पढ़ा, उससे मैं अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में हो रही मुश्‍किलों का सामना कर पाया। बाइबल की सलाह पर चलने से हम दोनों की ज़िंदगी खुशहाल हो गयी है।” उसकी पत्नी आनलू भी उसकी बात से सहमत है। वह कहती है, “बाइबल में कुछ लोगों के उदाहरण से हमें बहुत मदद मिली है। अब मैं अपनी शादीशुदा ज़िंदगी से बहुत खुश और संतुष्ट हूँ और मुझे इस बात की भी बहुत खुशी है कि हम दोनों के लक्ष्य भी एक हैं।”

      परमेश्‍वर को जानें। बाइबल पढ़ने से न सिर्फ विसेंट की शादीशुदा ज़िंदगी खुशहाल हुई, बल्कि जैसे वह बताता है, “बाइबल पढ़ने से मैं यहोवा परमेश्‍वर के और भी करीब आ पाया।” (बाइबल के मुताबिक यहोवा, परमेश्‍वर का नाम है।) विसेंट ने बहुत ही अहम बात कही, वह यह कि बाइबल हमें परमेश्‍वर से जान-पहचान करने में मदद करती है। परमेश्‍वर ने बाइबल में हमारे लिए बहुत-सी बातें लिखवायी हैं जिन पर चलने से हमें फायदा होता है और हम परमेश्‍वर के दोस्त भी बन पाते हैं। उसने हमें एक ऐसे समय के बारे में भी बताया है जब हम “असली ज़िंदगी” का मज़ा ले पाएँगे, हमेशा-हमेशा के लिए। (1 तीमुथियुस 6:19) यह एक ऐसी आशा है, जो और किसी किताब में नहीं दी गयी है।

      अगर आप बाइबल पढ़ने का मन बना लें, तो आपकी ज़िंदगी सँवर सकती है और आप परमेश्‍वर को जान सकते हैं। लेकिन बाइबल पढ़ते वक्‍त शायद आपके मन में कई सवाल आएँ। आज से करीब 2000 साल पहले इथियोपिया के एक अधिकारी के मन में भी बाइबल पढ़कर बहुत-से सवाल उठे थे। उस वक्‍त फिलिप्पुस नाम का यीशु का एक शिष्य था, जिसे बाइबल की अच्छी समझ थी। फिलिप्पुस ने उससे पूछा कि जो वह पढ़ रहा है वह समझ रहा है या नहीं। उस अधिकारी ने कहा, “जब तक कोई मुझे न समझाए, मैं भला कैसे समझ सकता हूँ?”b फिर उसने फिलिप्पुस से शास्त्र के बारे में सीखा। (प्रेषितों 8:30, 31, 34) अगर आप भी उस अधिकारी की तरह बाइबल के बारे में और जानना चाहते हैं, तो आप इंटरनेट पर www.pr418.com से गुज़ारिश कर सकते हैं या इस पत्रिका में दिए किसी नज़दीकी पते पर लिख सकते हैं। आप अपने इलाके में रहनेवाले यहोवा के साक्षियों से भी संपर्क कर सकते हैं या उनकी सभाओं में जा सकते हैं। क्यों न आप आज ही एक बाइबल लें और इसे अपनी ज़िंदगी सँवारने दें?

      क्या आप बाइबल पर भरोसा कर सकते हैं? जवाब जानने के लिए हम क्यों यकीन कर सकते हैं कि बाइबल परमेश्‍वर की तरफ से है? नाम का वीडियो देखें। इसे jw.org पर प्रकाशन > वीडियो > बाइबल भाग में देखें

      a बाइबल से और भी व्यावहारिक सलाह पाने के लिए jw.org वेबसाइट देखिए। इसमें आप शास्त्र से जानिए > पवित्र शास्त्र से जुड़े सवालों के जवाब में देख सकते हैं।

      b इस अंक में दिया लेख “कहीं आप गलत तो नहीं समझ रहे?” भी देखिए।

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