गीत 44
कटनी में ख़ुशी से हिस्सा लेना
1. है दौर आ-या दे-खो कट-नी का
ब-हुत काम कर-ना है बा-क़ी
शु-रू कि-या इस-को यी-शु ने
फ़-रिश्-ते भी अप-ने सा-थी।
मौ-क़ा ये सु-नह-रा मि-ला है
यी-शु ने दि-या है सम्-मान।
तो आ-ओ ख़ुश-ख़ब्-री हम फै-ला-एँ
और कट-नी का पा-एँ इ-नाम।
2. बा-दल का-ले हर-म-गि-दोन के
ब-ढ़े आ र-हे ते-ज़ी से।
सब-की जान य-हो-वा को प्या-री
दिन-रात कर-नी मेह-नत ह-में।
य-हो-वा से कर-ते अ-गर हम
सच्-चा प्यार; प-ड़ो-सी से भी।
फुर-ती से कट-नी में हों-गे श-रीक
पा-एँ-गे आ-शी-षें याह की।
(मत्ती 24:13; 1 कुरिं. 3:9; 2 तीमु. 4:2 भी देखिए।)