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  • हमारी मसीही सभाओं में आकर आप क्या महसूस करेंगे?
    आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
    • पाठ 5

      हमारी मसीही सभाओं में आकर आप क्या महसूस करेंगे?

      अर्जण्टिना के राज-घर में यहोवा के साक्षी

      अर्जण्टिना

      सियर्रा लियोन में यहोवा के साक्षियों की सभा

      सियर्रा लियोन

      बेलजियम में यहोवा के साक्षियों की सभा

      बेलजियम

      मलेशिया में यहोवा के साक्षियों की सभा

      मलेशिया

      ऐसे बहुत-से लोग हैं जिन्होंने धार्मिक सभाओं में जाना बंद कर दिया है, क्योंकि वहाँ उन्हें न तो ज़िंदगी के अहम सवालों के जवाब मिलते हैं, न ही किसी तरह का सुकून। तो फिर, आपको यहोवा के साक्षियों की सभाओं में क्यों जाना चाहिए? वहाँ आप क्या महसूस करेंगे?

      आप खुशी महसूस करेंगे कि आप ऐसे लोगों के बीच हैं, जो एक-दूसरे के लिए प्यार और परवाह दिखाते हैं। पहली सदी में मसीहियों को मंडलियों में संगठित किया गया था। और वे परमेश्‍वर की उपासना करने, शास्त्र का अध्ययन करने और एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने के लिए सभाएँ रखते थे। (इब्रानियों 10:24, 25) मंडलियों के प्यार-भरे माहौल में आकर सभी महसूस कर पाते थे कि वे अपने सच्चे दोस्तों यानी मसीही भाई-बहनों के बीच हैं। (2 थिस्सलुनीकियों 1:3; 3 यूहन्‍ना 14) हम उन मसीहियों की मिसाल पर चलते हैं और वही खुशी महसूस करते हैं।

      आप सीखेंगे कि बाइबल सिद्धांतों को कैसे अपनी ज़िंदगी में लागू करें। पुराने ज़माने की तरह आज भी स्त्री-पुरुष और बच्चे सभाओं के लिए इकट्ठा होते हैं। वहाँ काबिल शिक्षक, बाइबल से यह समझने में हमारी मदद करते हैं कि उसमें दिए सिद्धांतों को हम अपनी रोज़मर्रा ज़िंदगी में कैसे लागू कर सकते हैं। (व्यवस्थाविवरण 31:12; नहेमायाह 8:8) हाज़िर लोगों के साथ होनेवाली चर्चा में सभी लोग हिस्सा ले सकते हैं और गीत गा सकते हैं। इस तरह हम अपनी मसीही आशा का ऐलान कर पाते हैं।—इब्रानियों 10:23.

      परमेश्‍वर पर आपका विश्‍वास मज़बूत होगा। प्रेषित पौलुस ने अपने दिनों की एक मंडली को लिखा: “मैं तुमसे मिलने के लिए तरस रहा हूँ ताकि . . . मैं और तुम अपने-अपने विश्‍वास के ज़रिए एक-दूसरे का हौसला बढ़ा सकें।” (रोमियों 1:11, 12) सभाओं में जब हम नियमित तौर पर अपने मसीही भाई-बहनों से मिलते हैं और उनसे बात करते हैं, तो हमारा विश्‍वास मज़बूत होता है और मसीही स्तरों के मुताबिक जीने का हमारा इरादा पक्का होता है।

      तो क्यों न आप हमारी अगली सभा में आएँ और खुद इन बातों को महसूस करें? आपका दिल से स्वागत किया जाएगा। सभाओं में आने के लिए न तो पैसे लिए जाते हैं, न ही चंदा माँगा जाता है।

      • किसकी मिसाल को ध्यान में रखकर हमारी मसीही सभाएँ रखी जाती हैं?

      • मसीही सभाओं में हाज़िर होने से हमें क्या फायदे होते हैं?

      ज़्यादा जानिए

      अगर सभाओं में आने से पहले, आप हमारी सभा की जगह यानी राज-घर देखना चाहते हैं, तो किसी भी यहोवा के साक्षी से कहिए कि वह आपको वहाँ ले जाए और राज-घर दिखाए।

  • मसीही भाई-बहनों के साथ संगति करने से हमें क्या फायदा होता है?
    आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
    • पाठ 6

      मसीही भाई-बहनों के साथ संगति करने से हमें क्या फायदा होता है?

      यहोवा के साक्षी संगी विश्‍वासियों के साथ संगति कर रहे हैं

      मेडागास्कर

      यहोवा का एक साक्षी अपने मसीही भाई की मदद कर रहा है

      नॉर्वे

      मसीही प्राचीन एक संगी विश्‍वासी से मुलाकात कर रहे हैं

      लेबनॉन

      यहोवा के साक्षी एक साथ संगति कर रहे हैं

      इटली

      हम यहोवा के साक्षी बिना नागा अपनी मसीही सभाओं में हाज़िर होते हैं, फिर चाहे वहाँ आने के लिए हमें घने जंगल से गुज़रना पड़े या खराब मौसम में निकलना पड़े। हम सभी ज़िंदगी की मुश्‍किलों का सामना करते हैं, दिन-भर के काम से थक जाते हैं, लेकिन फिर भी हम अपने मसीही भाई-बहनों के साथ इकट्ठा होना नहीं छोड़ते। आखिर हम सभाओं में आने के लिए इतनी मेहनत क्यों करते हैं?

      इसमें हमारी भलाई है। पौलुस ने कहा कि हमें मंडली में आनेवाले लोगों में “गहरी दिलचस्पी” लेनी चाहिए। (इब्रानियों 10:24) “गहरी दिलचस्पी” लेने का मतलब है, दूसरों को अच्छी तरह जानना। मंडली में दूसरे परिवारों को करीबी से जानने से हम देख पाते हैं कि कुछ परिवारों ने उन चुनौतियों को पार किया है, जिनसे हम गुज़र रहे हैं और वे हमारी मदद कर सकते हैं।

      हम सच्चे दोस्त बना पाते हैं। सभाओं में आनेवाले लोगों के साथ हमारी सिर्फ थोड़ी-बहुत जान-पहचान नहीं होती, बल्कि वे हमारे करीबी दोस्त होते हैं। सभाओं के अलावा हम दूसरे मौकों पर भी साथ वक्‍त बिताते हैं और अच्छे किस्म के मनोरंजन का मज़ा उठाते हैं। मसीही भाई-बहनों की संगति का हम पर क्या अच्छा असर होता है? हम एक-दूसरे की और भी कदर करने लगते हैं, जिससे हमारा प्यार और गहरा हो जाता है। और जब उनमें से किसी पर मुसीबत आती है, तो एक अच्छे दोस्त के नाते हम तुरंत उसकी मदद करते हैं। (नीतिवचन 17:17) मंडली में सबके साथ संगति करने से हम दिखाते हैं कि हम “एक-दूसरे की फिक्र” करते हैं।—1 कुरिंथियों 12:25, 26.

      हम आपको बढ़ावा देते हैं कि आप उन लोगों से दोस्ती करें, जो परमेश्‍वर की मरज़ी पूरी कर रहे हैं। यहोवा के साक्षियों के बीच आपको ऐसे दोस्त मिलेंगे। हमारी गुज़ारिश है कि कोई भी बात आपको हमारे साथ संगति करने से रोकने न पाए।

      • सभाओं में मसीही भाई-बहनों के साथ संगति करना क्यों हमारे लिए फायदेमंद है?

      • आप कब हमारी मंडली में आना चाहेंगे?

  • हमारी सभाओं में क्या होता है?
    आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
    • पाठ 7

      हमारी सभाओं में क्या होता है?

      न्यू ज़ीलैंड में यहोवा के साक्षियों की एक सभा

      न्यू ज़ीलैंड

      जापान में यहोवा के साक्षियों की एक सभा

      जापान

      उगांडा में एक जवान साक्षी बाइबल पढ़ रहा है

      उगांडा

      लिथुआनिया में दो साक्षी बाइबल पर चर्चा करने का प्रदर्शन कर रही हैं

      लिथुआनिया

      शुरू के मसीही जब सभाओं के लिए इकट्ठा होते थे, तो वे परमेश्‍वर की स्तुति में गीत गाते, प्रार्थना करते और शास्त्र पढ़कर उस पर चर्चा करते थे। वहाँ किसी तरह के रस्मों-रिवाज़ नहीं माने जाते थे। (1 कुरिंथियों 14:26) आज हमारी सभाएँ भी कुछ इसी तरह चलायी जाती हैं।

      सिखायी जानेवाली बातें बाइबल से होती हैं और व्यावहारिक होती हैं। हर मंडली शनिवार या रविवार को इकट्ठा होती है और 30 मिनट के लिए बाइबल पर आधारित भाषण सुनती है। भाषण में समझाया जाता है कि हम जिस समय में जी रहे हैं, उस बारे में बाइबल क्या बताती है और यह भी कि इसमें दी बातें हमारे लिए क्या मायने रखती हैं। हम सबको बढ़ावा दिया जाता है कि जब बाइबल की कोई आयत पढ़ी जाती है, तो हम भी उसे अपनी बाइबल में देखें। भाषण के बाद, एक घंटे के लिए “प्रहरीदुर्ग” अध्ययन होता है, जिसमें प्रहरीदुर्ग के अध्ययन संस्करण के एक लेख पर चर्चा की जाती है और हाज़िर लोग उसमें हिस्सा ले सकते हैं। इस चर्चा से हम सीखते हैं कि बाइबल की सलाहों को अपनी ज़िंदगी में कैसे लागू करें। दुनिया-भर में हमारी 1,10,000 से ज़्यादा मंडलियाँ हैं और हर मंडली में प्रहरीदुर्ग के उसी लेख पर चर्चा की जाती है, जो उस हफ्ते के लिए दिया होता है।

      हमारे सिखाने की कला को निखारा जाता है। शनिवार और रविवार के अलावा, हम एक और शाम इकट्ठा होते हैं। इस दिन तीन भागों वाला कार्यक्रम होता है जिसका नाम है, हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा। इस कार्यक्रम में जो भी चर्चा की जाती है, वह हर महीने प्रकाशित होनेवाली ‘मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका’ पर आधारित होती है। इस सभा के पहले भाग ‘पाएँ बाइबल का खज़ाना’ से हम बाइबल के कुछ अध्याय अच्छी तरह समझ पाते हैं, जिन्हें मंडली के लोग पहले से पढ़कर आते हैं। दूसरे भाग ‘बढ़ाएँ प्रचार में हुनर’ में प्रदर्शनों के ज़रिए सिखाया जाता है कि कैसे लोगों से बाइबल के विषयों पर चर्चा की जा सकती है। एक भाई जिसे सलाहकार की ज़िम्मेदारी दी गयी है, वह हर भाग पर ध्यान देता है ताकि विद्यार्थी को बता सके कि उसे अपनी पढ़ाई और बोलने की कला में कहाँ निखार लाना चाहिए। (1 तीमुथियुस 4:13) आखिरी भाग ‘जीएँ मसीहियों की तरह’ में सिखाया जाता है कि हम बाइबल के सिद्धांतों को अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कैसे लागू कर सकते हैं। इसमें सवाल-जवाब के ज़रिए चर्चा की जाती है, जिससे बाइबल की हमारी समझ बढ़ती है।

      जब आप हमारी सभाओं में आएँगे, तो आप खुद देख पाएँगे कि यहाँ कितने बढ़िया तरीके से बाइबल से शिक्षा दी जाती है।—यशायाह 54:13.

      • यहोवा के साक्षियों की सभाओं में आप क्या सीखेंगे?

      • आप हमारी कौन-सी सभा में आना चाहेंगे?

      ज़्यादा जानिए

      अगली कुछ सभाओं में जिस जानकारी पर चर्चा की जाएगी, उसे पढ़िए। देखिए कि आप बाइबल से ऐसी क्या बातें सीख सकते हैं, जो आपकी रोज़मर्रा ज़िंदगी में काम आएँ।

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