-
सर्किट निगरान किस तरह हमारी मदद करते हैं?आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
-
-
पाठ 17
सर्किट निगरान किस तरह हमारी मदद करते हैं?
मलावी
सेवा समूह
प्रचार सेवा
प्राचीनों की बैठक
बाइबल के मसीही यूनानी शास्त्र में अकसर बरनबास और प्रेषित पौलुस का ज़िक्र आता है। ये दोनों सफरी निगरान के तौर पर सेवा करते थे और शुरू की मंडलियों का दौरा करते थे। क्यों? क्योंकि उन्हें अपने मसीही भाई-बहनों की सच्ची परवाह थी। पौलुस ने कहा कि वह ‘सभी शहरों में दोबारा जाना चाहता है और देखना चाहता है कि वहाँ के भाई कैसे हैं।’ जी हाँ, पौलुस अपने भाइयों से मिलने और उनकी हिम्मत बँधाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करने को तैयार था। (प्रेषितों 15:36) आज के सफरी निगरानों में भी यही जज़्बा है।
वे हमारी हौसला-अफज़ाई करने आते हैं। एक सर्किट निगरान हर छ: महीने में करीब 20 मंडलियों का दौरा करता है और सभी मंडलियों के साथ एक-एक हफ्ता बिताता है। हमें इन अनुभवी भाइयों से और अगर वे शादीशुदा हैं, तो उनकी पत्नियों से भी काफी कुछ सीखने को मिलता है। वे बच्चे और बूढ़े, सभी से जान-पहचान बढ़ाने की कोशिश करते हैं और हमारे साथ प्रचार में और बाइबल अध्ययन में आने के लिए हरदम तैयार रहते हैं। ये निगरान, प्राचीनों के साथ मिलकर भाई-बहनों का हौसला बढ़ाने या सलाह देने के लिए उनसे रखवाली भेंट करते हैं। साथ ही, वे सभाओं और सम्मेलनों में हिम्मत बढ़ानेवाले भाषण देते हैं।—प्रेषितों 15:35.
वे सभी में दिलचस्पी लेते हैं। सर्किट निगरान इस बात में गहरी दिलचस्पी लेते हैं कि मंडलियाँ, परमेश्वर की सेवा में कितनी तरक्की कर रही हैं। इसके लिए वे प्राचीनों और सहायक सेवकों के साथ एक बैठक रखते हैं। इस दौरान निगरान उन्हें कुछ कारगर सलाह भी देते हैं कि वे अपनी ज़िम्मेदारियाँ और अच्छी तरह कैसे निभा सकते हैं। इसके अलावा, वे पायनियरों को अपनी सेवा में कामयाबी और खुशी पाने में मदद देते हैं। उन्हें मंडली में आनेवाले नए लोगों से मिलना और उनसे यह सुनना अच्छा लगता है कि वे सच्चाई में कितनी तरक्की कर रहे हैं। हर निगरान हमारा ‘सहकर्मी है जो हमारे भले के लिए’ खुशी-खुशी अपने आप को दे देता है। (2 कुरिंथियों 8:23) हमें उनके विश्वास और परमेश्वर के लिए उनकी भक्ति की मिसाल पर चलना चाहिए।—इब्रानियों 13:7.
सर्किट निगरान किस मकसद से मंडलियों का दौरा करते हैं?
उनके दौरे से आप कैसे फायदा पा सकते हैं?
-
-
मुसीबत की घड़ी में हम अपने भाइयों की कैसे मदद करते हैं?आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
-
-
पाठ 18
मुसीबत की घड़ी में हम अपने भाइयों की कैसे मदद करते हैं?
डोमिनिकन रिपब्लिक
जापान
हैती
जब कोई प्राकृतिक विपत्ति अपना कहर बरपाती है, तो यहोवा के साक्षी तुरंत उस जगह के भाइयों को राहत पहुँचाने का इंतज़ाम करते हैं। यह दिखाता है कि हम एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं। (यूहन्ना 13:34, 35; 1 यूहन्ना 3:17, 18) हम किन तरीकों से अपने भाइयों की मदद करते हैं?
हम माली मदद देते हैं। पहली सदी में जब यहूदिया में भारी अकाल पड़ा, तो अंताकिया के मसीहियों ने यहूदिया के अपने भाई-बहनों के लिए पैसे भेजे। (प्रेषितों 11:27-30) उसी तरह, जब दुनिया के किसी हिस्से में हमारे भाई तकलीफ से गुज़र रहे होते हैं और उनके पास खाने-पहनने तक को नहीं होता, तो हम उनकी मदद के लिए अपनी मंडली के ज़रिए पैसे भेजते हैं।—2 कुरिंथियों 8:13-15.
हम खुद जाकर मदद करते हैं। विपत्ति जिस जगह तबाही मचाती है, वहाँ के प्राचीन पता लगाने की कोशिश करते हैं कि मंडली का हर सदस्य सही-सलामत है या नहीं। एक राहत-समिति ठहरायी जाती है, जो भाई-बहनों के लिए खाने, पीने के साफ पानी, कपड़े, रहने की जगह और डॉक्टरी मदद का इंतज़ाम करती है। कई साक्षी जिनके पास खास हुनर होता है, वे स्वेच्छा से अपने खर्चे पर वहाँ जाकर राहत काम में हिस्सा लेते हैं। या फिर अपने भाइयों के टूटे-फूटे घरों और राज-घरों की मरम्मत करने में हाथ बँटाते हैं। एक संगठन के तौर पर हमारे बीच जो एकता है और साथ काम करके हमने जो तजुरबा हासिल किया है, उस वजह से हम ज़रूरत के वक्त तुरंत राहत सामग्री और मदद के लिए भाइयों को एकजुट कर पाते हैं। हालाँकि हम खासकर उनकी मदद करते हैं “जो विश्वास में हमारे भाई-बहन हैं,” लेकिन जहाँ तक हो सके हम दूसरों की भी मदद करते हैं, फिर चाहे वे किसी भी धर्म के क्यों न हों।—गलातियों 6:10.
हम लोगों को बाइबल से दिलासा देते हैं और अपनी भावनाओं से उबरने में मदद देते हैं। विपत्ति के शिकार लोगों को खास तौर से दिलासे की ज़रूरत होती है। ऐसे समय में हमें ‘हर तरह का दिलासा देनेवाले परमेश्वर’ यहोवा से हिम्मत मिलती है। (2 कुरिंथियों 1:3, 4) मायूस लोगों को हम बाइबल से बताते हैं कि परमेश्वर का राज बहुत जल्द सारी विपत्तियों को खत्म कर देगा जो आज दुख-तकलीफों की वजह बनी हुई हैं।—प्रकाशितवाक्य 21:4.
यहोवा के साक्षी किस वजह से विपत्ति के दौरान तुरंत अपने भाइयों की मदद कर पाते हैं?
विपत्ति की मार झेलनेवालों को हम बाइबल से क्या दिलासा दे सकते हैं?
-
-
विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है?आज कौन यहोवा की मरज़ी पूरी कर रहे हैं?
-
-
पाठ 19
विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है?
आध्यात्मिक भोजन से हम सभी को फायदा होता है
यीशु अपनी मौत से कुछ समय पहले अपने चार चेलों, पतरस, याकूब, यूहन्ना और अन्द्रियास से अकेले में बात कर रहा था। वह उन्हें बता रहा था कि दुनिया के आखिरी दिनों में उसकी मौजूदगी की क्या निशानी होगी और उसी मौके पर उसने एक अहम सवाल किया: “असल में वह विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास कौन है, जिसे उसके मालिक ने अपने घर के कर्मचारियों के ऊपर ठहराया है कि उन्हें सही वक्त पर खाना दे?” (मत्ती 24:3, 45; मरकुस 13:3, 4) यीशु यहाँ शारीरिक भोजन की बात नहीं कर रहा था, बल्कि भोजन से उसका मतलब था परमेश्वर का ज्ञान। वह अपने चेलों को भरोसा दिला रहा था कि “मालिक” होने के नाते वह अपने दास को ठहराएगा, जो आखिरी वक्त के दौरान उसके चेलों को आध्यात्मिक भोजन देता रहेगा। यह दास कौन है?
यह दास, यीशु के अभिषिक्त चेलों से बना एक छोटा-सा समूह है। यह “दास” यहोवा के साक्षियों का शासी निकाय है। यह अपने संगी उपासकों को समय पर आध्यात्मिक भोजन देता है। हम इस विश्वासयोग्य दास पर निर्भर हैं कि यह हमें “सही वक्त पर सही मात्रा में खाना देता रहे।”—लूका 12:42.
यह परमेश्वर के घराने की देखभाल करता है। (1 तीमुथियुस 3:15) यीशु ने इस दास को बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी दी है। वह है, धरती पर यहोवा के संगठन का काम-काज सँभालना यानी संगठन की संपत्ति की देखरेख करना, प्रचार काम के बारे में निर्देशन देना और मंडलियों के ज़रिए हमें सिखाना। अपनी यह ज़िम्मेदारी निभाने के लिए “विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास” सभाओं, सम्मेलनों और प्रकाशनों के ज़रिए हमें ठीक उसी वक्त पर आध्यात्मिक भोजन देता है, जब हमें उसकी ज़रूरत होती है।
यह दास इस मायने में विश्वासयोग्य है कि वह बाइबल में दी सच्चाइयों को सही-सही पेश करता है और खुशखबरी सुनाने का काम पूरी लगन से करता है। इस दास को बुद्धिमान भी कहा गया है क्योंकि यह धरती पर उन सभी चीज़ों की बुद्धिमानी से देखरेख कर रहा है, जिन्हें मसीह ने इसके ज़िम्मे सौंपा है। (प्रेषितों 10:42) इस दास पर सचमुच यहोवा की आशीष है, क्योंकि इसके ज़रिए बहुतायत में आध्यात्मिक भोजन दिया जा रहा है और बहुत सारे लोग यहोवा के संगठन की तरफ खिंचे चले आ रहे हैं।—यशायाह 60:22; 65:13.
यीशु ने अपने चेलों को आध्यात्मिक भोजन देने के लिए किसे ठहराया था?
यह दास किन मायनों में विश्वासयोग्य और बुद्धिमान है?
-