जीएँ मसीहियों की तरह
पवित्र चालचलन और गहरे आदर से अपने साथी का दिल जीतिए
जो पत्नियाँ साक्षी बनती हैं, वे अकसर अच्छे चालचलन से अपने पति को सच्चाई की तरफ खींचती हैं। लेकिन यह हमेशा आसान नहीं होता। कुछ साक्षियों को शायद सालों मुश्किलों का सामना करना पड़े। (1पत 2:21-23; 3:1, 2) अगर आप भी ऐसे हालात से गुज़र रहे हैं, तो भलाई से बुराई को जीतते रहिए। (रोम 12:21) बातों से ज़्यादा आपके कामों का आपके साथी पर अच्छा असर पड़ सकता है।
किसी भी मामले को अपने साथी के नज़रिए से देखने की कोशिश कीजिए। (फिल 2:3, 4) करुणा और हमदर्दी से पेश आइए। पत्नी होने के नाते अपनी ज़िम्मेदारियाँ अच्छी तरह निभाइए, ऐसा करते वक्त अपने पति के साथ आदर से पेश आइए। उसकी बात ध्यान से सुनिए। (याकू 1:19) सब्र दिखाइए और अपने पति को अपने प्यार का यकीन दिलाते रहिए। भले ही आपका साथी आपके साथ आदर और कृपा से पेश न आए, लेकिन यहोवा की नज़र में आपकी वफादारी अनमोल है।—1पत 2:19, 20.
यहोवा हमें अपना बोझ उठाने की ताकत देता है वीडियो देखिए। फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:
ग्रेस ली की शादीशुदा ज़िंदगी के शुरूआती साल कैसे थे?
किस बात ने उसे सच्चाई की तरफ खींचा?
बपतिस्मे के बाद इस बहन ने मुश्किलों का सामना कैसे किया?
बहन ने अपने पति के बारे में यहोवा से क्या प्रार्थना की?
पवित्र चालचलन और गहरे आदर की वजह से बहन ली को कौन-सी आशीषें मिलीं?
पवित्र चालचलन और गहरे आदर का ज़बरदस्त असर होता है!