भाग चार
‘मैं पूरे जोश के साथ अपने पवित्र नाम की पैरवी करूँगा’—शुद्ध उपासना को मिटाने की कोशिश नाकाम हो जाएगी
भाग किस बारे में है: यहोवा अपने लोगों को महा-संकट से बचाएगा
यहोवा लोगों से प्यार करता है लेकिन वह उनसे उनके कामों का लेखा भी लेता है। वह उन लोगों के बारे में कैसा महसूस करता है जो उसकी उपासना करने का दावा तो करते हैं, मगर बुरे काम करके उससे विश्वासघात करते हैं? वह कैसे तय करेगा कि महा-संकट से किसे बचाना है और किसे नहीं? जब यहोवा लोगों से प्यार करता है, तो वह क्यों लाखों की तादाद में दुष्टों का नाश करेगा?