मिलते-जुलते लेख w92 5/1 पेज 10 ऐसा आचरण जो हमारी मसीही सेवकाई की शोभा बढ़ाती है १९९३ के “ईश्वरीय शिक्षा” ज़िला अधिवेशन से पूरा लाभ प्राप्त कीजिए हमारी राज-सेवा—1993 १९९६ “ईश्वरीय शान्ति के सन्देशवाहक” ज़िला अधिवेशन हमारी राज-सेवा—1996 अपने हर काम में पवित्र चालचलन बनाए रखिए हमारी राज-सेवा—2004 अच्छे चालचलन से गवाही देना हमारी राज-सेवा—1998 १९९५ “आनन्दित स्तुतिकर्ता” ज़िला अधिवेशन हमारी राज-सेवा—1995