मिलते-जुलते लेख km 10/95 पेज 8 हर मौक़े पर अभिदान पेश कीजिए हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 पत्रिकाओं की पेशकश को अपनी सेवा का अहम हिस्सा बनाइए हमारी राज-सेवा—2005 अक्तूबर में अभिदान के प्रति सजग रहिए हमारी राज-सेवा—1994 पत्रिकाएँ राज्य की घोषणा करती हैं हमारी राज-सेवा—1998 पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए हमारी राज-सेवा—1993 उत्कृष्ट पत्रिकाएं प्रस्तुत हमारी राज-सेवा—1990 हर सम्भव अवसर पर पत्रिकाओं की भेंट करो हमारी राज-सेवा—1990 प्रहरीदुर्ग और अवेक! का अच्छा प्रयोग करना हमारी राज-सेवा—1993 पत्रिकाओं का अच्छा उपयोग करें हमारी राज-सेवा—1992 उद्देश्य के साथ पुनःभेंट हमारी राज-सेवा—1995