मिलते-जुलते लेख राज-सेवा 3/13 पेज 2-3 नए लोगों का स्वागत कीजिए! एक ज़बरदस्त गवाही दी जाएगी हमारी राज-सेवा—2011 मेहमानों का स्वागत कीजिए हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016 हम स्मारक में हाज़िर होनेवालों की कैसे मदद कर सकते हैं? हमारी राज-सेवा—2008 स्मारक में उनका स्वागत कीजिए हमारी राज-सेवा—1994 यहोवा की निरंतर प्रेम-कृपा के लिए उसका धन्यवाद करें हमारी राज-सेवा—2005 प्यार से उनका स्वागत कीजिए हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2017 “मेरे स्मरण के लिये यही किया करो” हमारी राज-सेवा—2007 दिलचस्पी दिखानेवाले सभी व्यक्तियों की मदद करना हमारी राज-सेवा—1993 भलाई करने में उत्साही! हमारी राज-सेवा—2003 छुड़ौती बलिदान से आशीष पाने में दूसरों की मदद कीजिए हमारी राज-सेवा—2006