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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
सवाल 5: बाइबल का संदेश क्या है?

सवाल 5

बाइबल का संदेश क्या है?

“मैं तेरे और औरत के बीच और तेरे वंश और उसके वंश के बीच दुश्‍मनी पैदा करूँगा। वह तेरा सिर कुचल डालेगा और तू उसकी एड़ी को घायल करेगा।”

उत्पत्ति 3:15

“तेरे वंश के ज़रिए धरती की सभी जातियाँ आशीष पाएँगी, क्योंकि तूने मेरी आज्ञा मानी है।”

उत्पत्ति 22:18

“तेरा राज आए। तेरी मरज़ी जैसे स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे धरती पर भी पूरी हो।”

मत्ती 6:10

“शांति देनेवाला परमेश्‍वर बहुत जल्द शैतान को तुम्हारे पैरों तले कुचल देगा।”

रोमियों 16:20

“जब सबकुछ बेटे के अधीन कर दिया जाएगा, तब बेटा भी अपने आपको परमेश्‍वर के अधीन कर देगा जिसने सबकुछ उसके अधीन किया था ताकि परमेश्‍वर ही सबके लिए सबकुछ हो।”

1 कुरिंथियों 15:28

“अब जो वादे थे वे अब्राहम और उसके वंश से किए गए थे . . . जो मसीह है। और अगर तुम मसीह के हो, तो तुम वाकई अब्राहम का वंश हो।”

गलातियों 3:16, 29

“दुनिया का राज अब हमारे मालिक और उसके मसीह का हो गया है और वह हमेशा-हमेशा तक राजा बनकर राज करेगा।”

प्रकाशितवाक्य 11:15

“इसलिए वह बड़ा भयानक अजगर, वही पुराना साँप, जो इबलीस और शैतान कहलाता है और जो सारे जगत को गुमराह करता है, वह नीचे धरती पर फेंक दिया गया और उसके दुष्ट स्वर्गदूत भी उसके साथ फेंक दिए गए।”

प्रकाशितवाक्य 12:9

“उसने उस अजगर को, उस पुराने साँप को जो इबलीस और शैतान है पकड़ लिया और 1,000 साल के लिए उसे बाँध दिया।”

प्रकाशितवाक्य 20:2

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