वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • g 7/09 पेज 3
  • तनाव से घिरे विद्यार्थी

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • तनाव से घिरे विद्यार्थी
  • सजग होइए!–2009
  • मिलते-जुलते लेख
  • जवानो—यहोवा आपके काम को नहीं भूलेगा!
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2003
  • माता-पिता क्या कर सकते हैं?
    सजग होइए!–2009
  • ‘मेरे पास बहुत सारा काम है!’
    सजग होइए!–2009
  • मैं निराशा का सामना कैसे करूँ?
    नौजवानों के सवाल
और देखिए
सजग होइए!–2009
g 7/09 पेज 3

तनाव से घिरे विद्यार्थी

सत्रह साल की जैनीफर अपनी क्लास में हमेशा अव्वल आती थी। वह स्कूल के दूसरे कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती थी। उसके टीचर और सलाहकार उसकी बड़ी इज़्ज़त करते थे। लेकिन ग्रेजुएशन से एक साल पहले उसे तेज़ सिरदर्द रहने लगा और कभी-कभी उसका जी भी मिचलाता था। उसे लगा, वह स्कूल का काम करने के लिए घंटों बैठकर जो पढ़ाई करती है और भरपूर नींद नहीं लेती, शायद इसी वजह से उसे यह बीमारी लगी है।

यह हाल सिर्फ जैनीफर का नहीं है। ऐसे विद्यार्थियों की गिनती दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जो स्कूल या कॉलेज में भारी तनाव का सामना कर रहे हैं। कई बच्चों को तो मानसिक चिकित्सकों की मदद लेनी पड़ रही है। यही वजह है कि अमरीका के कुछ शिक्षकों ने एक ऐसा कार्यक्रम चलाया, जिससे स्कूल में होनेवाले तनाव को कम किया जा सकता है। इस कार्यक्रम को ‘कामयाबी की चुनौती’ कहा जाता है।

अगर आप एक विद्यार्थी हैं तो शायद आप भी जैनीफर की तरह तनाव का सामना कर रहे हों। या अगर आप माता या पिता हैं तो आप देख रहे होंगे कि आपका बच्चा किस तरह स्कूल में कामयाब होने के लिए संघर्ष कर रहा है। क्या ऐसा कोई ज़रिया है, जिससे विद्यार्थियों और माता-पिताओं को भरोसेमंद मार्गदर्शन मिल सकता है? (g 4/09)

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें