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परमेश्वर का राज क्या है?खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्वर से जानें
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पाठ 31
परमेश्वर का राज क्या है?
बाइबल का मुख्य संदेश परमेश्वर के राज के बारे में है। इसी राज के ज़रिए यहोवा धरती को एक खूबसूरत फिरदौस बना देगा जैसा उसने शुरू में चाहा था। लेकिन परमेश्वर का राज क्या है? हम कैसे जानते हैं कि यह राज अभी शासन कर रहा है? परमेश्वर के राज ने अब तक क्या किया है और भविष्य में क्या करेगा? इन सवालों के जवाब इस पाठ में और अगले दो पाठों में दिए जाएँगे।
1. परमेश्वर का राज क्या है और परमेश्वर ने किसे इसका राजा बनाया है?
परमेश्वर यहोवा ने स्वर्ग में एक सरकार बनायी है जिसे परमेश्वर का राज कहा गया है। यहोवा ने यीशु मसीह को इसका राजा बनाया है। (मत्ती 4:17; यूहन्ना 18:36) बाइबल में यीशु के बारे में लिखा है, “वह राजा बनकर . . . हमेशा तक राज करेगा।” (लूका 1:32, 33) एक राजा के नाते यीशु धरती के सब लोगों पर राज करेगा।
2. यीशु के साथ कौन राज करेंगे?
यीशु अकेला राज नहीं करेगा। बल्कि ‘हर गोत्र, भाषा, जाति और राष्ट्र से लोग राजाओं की हैसियत से उसके साथ राज करेंगे।’ (प्रकाशितवाक्य 5:9, 10) जब यीशु धरती पर आया था, तब से लेकर आज तक लाखों लोग उसके शिष्य बने हैं। पर क्या सब-के-सब उसके साथ स्वर्ग में राज करेंगे? जी नहीं, उनमें से सिर्फ 1,44,000 लोग उसके साथ राज करेंगे। (प्रकाशितवाक्य 14:1-4 पढ़िए।) बाकी सभी शिष्य इसी धरती पर राज की प्रजा बनकर जीएँगे।—भजन 37:29.
3. परमेश्वर का राज क्यों इंसानों की सरकार से कहीं ज़्यादा बेहतर है?
एक शासक लोगों की भलाई के लिए शायद बहुत कुछ करना चाहे, पर उसके पास सबकुछ करने की ताकत नहीं होती। यही नहीं, कुछ समय बाद उसकी जगह कोई दूसरा शासक आ जाता है और शायद वह लोगों की भलाई के बारे में न सोचे। लेकिन राजा यीशु की जगह कभी कोई नहीं लेगा। परमेश्वर ने ‘एक ऐसा राज कायम किया है जो कभी नाश नहीं किया जाएगा।’ (दानियेल 2:44) यीशु पूरी धरती पर राज करेगा और किसी के साथ भेदभाव नहीं करेगा। यीशु प्यार करनेवाला, दया और न्याय से काम करनेवाला राजा है। वह अपनी प्रजा को भी सिखाएगा कि वे एक-दूसरे के साथ प्यार, दया और न्याय से पेश आएँ।—यशायाह 11:9 पढ़िए।
और जानिए
आइए जानें कि परमेश्वर का राज क्यों इंसानों की सरकार से कहीं ज़्यादा बेहतर है।
4. परमेश्वर का राज पूरी धरती पर शासन करेगा
यीशु मसीह के पास जितना अधिकार और ताकत है, उतना किसी भी शासक के पास नहीं है। मत्ती 28:18 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
यह क्यों कहा जा सकता है कि यीशु के पास किसी भी शासक से ज़्यादा अधिकार है?
इंसान की सरकारें बदलती रहती हैं। इसके अलावा, हर सरकार धरती के किसी एक इलाके या देश पर ही राज करती है। लेकिन ध्यान दीजिए कि परमेश्वर के राज के बारे में क्या बताया गया है। दानियेल 7:14 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
परमेश्वर का राज “कभी नाश नहीं होगा,” आपको क्या लगता है, इससे हमें क्या फायदा होगा?
परमेश्वर का राज पूरी धरती पर शासन करेगा, आपको क्या लगता है, इससे हमें क्या फायदा होगा?
5. इंसानों की सरकार या परमेश्वर का राज?
हमें क्यों इंसानों की सरकार के बजाय परमेश्वर के राज की ज़रूरत है? वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
इंसान के शासन का क्या नतीजा हुआ है?
सभोपदेशक 8:9 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
क्या आपको लगता है, हमें इंसानों की सरकार के बजाय परमेश्वर के राज की ज़रूरत है? आप ऐसा क्यों कहेंगे?
6. परमेश्वर के राज के राजा हमें अच्छी तरह समझते हैं
हमारा राजा यीशु खुद एक इंसान की तरह जी चुका है। इसलिए वह हमें अच्छी तरह समझ सकता है और “हमारी कमज़ोरियों में हमसे हमदर्दी” रख सकता है। (इब्रानियों 4:15) यहोवा ने यीशु के साथ राज करने के लिए धरती से 1,44,000 लोगों को चुना है। इन वफादार आदमी-औरतों को “हर गोत्र, भाषा और जाति और राष्ट्र से” लिया गया है।—प्रकाशितवाक्य 5:9.
यीशु और उसके साथ राज करनेवाले राजा हमें और हमारी तकलीफों को अच्छी तरह समझते हैं। इस बात से आपको क्यों तसल्ली मिलती है?
यहोवा ने यीशु के साथ राज करने के लिए अलग-अलग जाति, भाषा और देश से आदमी-औरतों को चुना है
7. परमेश्वर के राज के नियम किसी भी सरकार से कहीं ज़्यादा बेहतर हैं
आम तौर पर सरकारें अपने नागरिकों की भलाई और सुरक्षा के लिए कुछ नियम-कानून बनाती हैं। परमेश्वर के राज या सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए कुछ नियम-कानून बनाए हैं। पहला कुरिंथियों 6:9-11 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
अगर सभी लोग चालचलन के बारे में परमेश्वर के नियम मानें,a तो यह दुनिया कैसी हो जाएगी?
यहोवा अपने नागरिकों से उम्मीद करता है कि वे उसके नियम मानें। क्या यहोवा का यह उम्मीद करना सही है? आपको ऐसा क्यों लगता है?
किस बात से पता चलता है कि जो लोग परमेश्वर के नियम नहीं मानते, वे बदल सकते हैं?—वचन 11 देखिए।
सरकारें अपने नागरिकों की भलाई और सुरक्षा के लिए नियम बनाती हैं। परमेश्वर की सरकार ने भी अपने नागरिकों की भलाई और सुरक्षा के लिए नियम बनाए हैं। लेकिन ये नियम इंसान के नियमों से कहीं ज़्यादा बेहतर हैं
कुछ लोग कहते हैं: “परमेश्वर का राज हमारे दिल में है।”
आप क्या जवाब देंगे?
अब तक हमने सीखा
परमेश्वर का राज सचमुच की एक सरकार है। यह सरकार स्वर्ग से पूरी धरती पर शासन करेगी।
आप क्या कहेंगे?
परमेश्वर के राज के राजा कौन हैं?
परमेश्वर का राज क्यों इंसानों की सरकार से कहीं ज़्यादा बेहतर है?
यहोवा अपने राज के नागरिकों से क्या उम्मीद करता है?
ये भी देखें
परमेश्वर का राज कहाँ है, ध्यान दीजिए कि इस बारे में यीशु ने क्या कहा।
“परमेश्वर का राज क्या हमारे दिल में है?” (jw.org पर दिया लेख)
यहोवा के साक्षी इंसानों की सरकार से ज़्यादा परमेश्वर के राज के वफादार क्यों रहते हैं?
बाइबल में 1,44,000 लोगों के बारे में क्या बताया गया है, जिन्हें यहोवा ने यीशु के साथ राज करने के लिए चुना है? आइए जानें।
जेल में कैद एक औरत को किस बात से यकीन हुआ कि सिर्फ परमेश्वर ही दुनिया से अन्याय मिटा सकता है?
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परमेश्वर का राज शुरू हो चुका है!खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्वर से जानें
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पाठ 32
परमेश्वर का राज शुरू हो चुका है!
सन् 1914 में परमेश्वर के राज ने स्वर्ग में अपना शासन शुरू कर दिया है। तब से इंसान की हुकूमत के आखिरी दिन शुरू हो गए। हम यह कैसे जानते हैं? जवाब जानने के लिए आइए ध्यान दें कि बाइबल की भविष्यवाणियों में क्या बताया गया है और 1914 से दुनिया के हालात और लोगों के रवैए से क्या पता चलता है।
1. बाइबल में क्या भविष्यवाणी की गयी थी?
बाइबल में दानियेल नाम की किताब में भविष्यवाणी की गयी थी कि “सात काल” का एक दौर बीतेगा और उसके खत्म होने पर परमेश्वर का राज शुरू होगा। (दानियेल 4:16, 17) सदियों बाद यीशु ने इसी दौर को “राष्ट्रों के लिए तय किया गया वक्त” कहा। यीशु ने सिखाया कि वह दौर उसके दिनों में भी चल रहा था। (लूका 21:24) जैसा हम आगे चर्चा करेंगे, सात काल का यह दौर 1914 में खत्म हुआ।
2. सन् 1914 से दुनिया के हालात और लोगों का रवैया कैसा हो गया है?
यीशु के शिष्यों ने उससे पूछा था, “तेरी मौजूदगी की और दुनिया की व्यवस्था के आखिरी वक्त की क्या निशानी होगी?” (मत्ती 24:3) तब यीशु ने भविष्यवाणी की कि जब वह स्वर्ग में परमेश्वर के राज का राजा बनेगा, तो उसके बाद धरती पर क्या घटनाएँ घटेंगी। जैसे युद्ध होंगे, अकाल पड़ेंगे और भूकंप होंगे। (मत्ती 24:7 पढ़िए।) बाइबल में यह भी भविष्यवाणी की गयी थी कि “आखिरी दिनों” में लोगों का रवैया ऐसा होगा कि सबका जीना ‘मुश्किल हो जाएगा।’ (2 तीमुथियुस 3:1-5) खासकर 1914 से यह साफ नज़र आ रहा है कि दुनिया के हालात और लोगों का रवैया वैसा ही हो गया है, जैसा भविष्यवाणी में बताया गया था।
3. जब से परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हुआ है, तब से धरती पर हालात क्यों बिगड़ गए हैं?
राजा बनने के कुछ ही समय बाद, यीशु ने स्वर्ग में शैतान और दुष्ट स्वर्गदूतों से युद्ध किया। इस युद्ध में शैतान हार गया। बाइबल में लिखा है कि शैतान को “नीचे धरती पर फेंक दिया गया और उसके दुष्ट स्वर्गदूत भी उसके साथ फेंक दिए गए।” (प्रकाशितवाक्य 12:9, 10, 12) शैतान बहुत गुस्से में है क्योंकि वह जानता है कि उसे खत्म कर दिया जाएगा। गुस्से में आकर वह दुनिया में तबाही मचा रहा है और लोगों को बहुत दुख और दर्द दे रहा है। उसकी वजह से दुनिया के हालात इतने बिगड़ गए हैं। लेकिन बहुत जल्द परमेश्वर अपने राज के ज़रिए सारी समस्याओं को मिटा देगा।
और जानिए
हम क्यों कह सकते हैं कि 1914 से परमेश्वर के राज ने स्वर्ग में शासन करना शुरू कर दिया है? यह जानकर हमें क्या करना चाहिए? आइए देखें।
4. बाइबल की भविष्यवाणी के मुताबिक 1914 में परमेश्वर का राज शुरू हुआ
पुराने ज़माने में बैबिलोन के राजा नबूकदनेस्सर को परमेश्वर ने एक सपना दिखाया कि भविष्य में क्या होनेवाला है। जब दानियेल ने वह सपना और उसका मतलब बताया, तो यह ज़ाहिर हुआ कि सपने की बातें दो बार पूरी होनी थीं। एक, नबूकदनेस्सर के शासन पर और दो, परमेश्वर के राज पर।—दानियेल 4:17 पढ़िए।a
दानियेल 4:20-26 पढ़िए। फिर चार्ट देखकर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
(1) नबूकदनेस्सर ने अपने सपने में क्या देखा?—वचन 20 और 21 देखिए।
(2) सपने में दिखाए गए पेड़ का क्या हुआ?—वचन 23 देखिए।
(3) “सात काल” के बीतने पर क्या होता?—वचन 26 देखिए।
पेड़ के बारे में सपना परमेश्वर के राज से कैसे जुड़ा है?
भविष्यवाणी (दानियेल 4:20-36)
हुकूमत
(1) एक बड़ा पेड़
हुकूमत रुक गयी
(2) “इस पेड़ को काट डालो” और ‘सात काल बीतने दो’
हुकूमत दोबारा शुरू हुई
(3) “तेरा राज तुझे लौटा दिया जाएगा”
पहली बार यह भविष्यवाणी कब और कैसे पूरी हुई?
(4) पेड़ किसे दर्शाता था?—वचन 22 देखिए।
(5) उसका शासन क्यों रुक गया?—दानियेल 4:29-33 पढ़िए।
(6) “सात काल” के बीतने के बाद नबूकदनेस्सर का क्या हुआ?—दानियेल 4:34-36 पढ़िए।
पहली बार कब और कैसे पूरी हुई?
हुकूमत
(4) बैबिलोन का राजा नबूकदनेस्सर
हुकूमत रुक गयी
(5) ईसा पूर्व 606 के बाद, नबूकदनेस्सर की दिमागी हालत खराब हो गयी और वह सात साल तक राज नहीं कर पाया
हुकूमत दोबारा शुरू हुई
(6) नबूकदनेस्सर ठीक हो जाता है और फिर से राज करने लगता है
दूसरी बार यह भविष्यवाणी कब और कैसे पूरी हुई?
(7) पेड़ किसे दर्शाता था?—1 इतिहास 29:23 पढ़िए।
(8) उनका शासन क्यों रुक गया? हम कैसे जानते हैं कि जब यीशु धरती पर था, तब भी यह शासन रुका हुआ था?—लूका 21:24 पढ़िए।
(9) यह शासन कब और कहाँ दोबारा शुरू हुआ?
दूसरी बार कब और कैसे पूरी हुई?
हुकूमत
(7) परमेश्वर की तरफ से हुकूमत करनेवाले इसराएली राजा
हुकूमत रुक गयी
(8) यरूशलेम का नाश हुआ और इसराएली राजाओं की हुकूमत 2,520 साल के लिए रुक गयी
हुकूमत दोबारा शुरू हुई
(9) यीशु स्वर्ग में परमेश्वर के राज का राजा बनता है और हुकूमत करने लगता है
सात काल का दौर कितना लंबा है?
बाइबल के कुछ वचनों को समझने के लिए दूसरे वचन हमारी मदद करते हैं। जैसे, प्रकाशितवाक्य की किताब में बताया गया है कि साढ़े तीन काल 1,260 दिन के बराबर हैं। (प्रकाशितवाक्य 12:6, 14) तो साढ़े तीन काल का दुगना सात काल हुए यानी 2,520 दिन। बाइबल की कुछ भविष्यवाणियों में एक दिन को एक साल के बराबर बताया गया है। (यहेजकेल 4:6) दानियेल की भविष्यवाणी भी उनमें से एक है, इसलिए सात काल का दौर 2,520 साल लंबा है।
5. सन् 1914 से दुनिया बदल गयी
यीशु ने पहले से बताया था कि जब वह राजा बनेगा, तो उसके बाद दुनिया के हालात कैसे होंगे। लूका 21:9-11 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
यहाँ जो हालात बताए गए हैं, उनमें से आपने कौन-से होते देखे हैं या उनके बारे में सुना है?
प्रेषित पौलुस ने बताया था कि इंसान के शासन के आखिरी दिनों में लोग कैसे होंगे। दूसरा तीमुथियुस 3:1-5 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
जैसा यहाँ बताया है, आपने लोगों में कैसा रवैया देखा है?
6. परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हो चुका है, यह जानकर हमें क्या करना चाहिए?
मत्ती 24:3, 14 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
ऐसा कौन-सा ज़रूरी काम हो रहा है जो दिखाता है कि परमेश्वर का राज शासन कर रहा है?
इस काम में आप कैसे हाथ बँटा सकते हैं?
परमेश्वर का राज स्वर्ग में शासन कर रहा है और बहुत जल्द पूरी धरती पर भी शासन करेगा। इब्रानियों 10:24, 25 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
‘जैसे-जैसे हम उस दिन को नज़दीक आता देख’ रहे हैं, हममें से हरेक जन को क्या करना चाहिए?
अगर आपको कोई ऐसी बात पता हो जिससे दूसरों की मदद हो सकती है और उनकी जान बच सकती है, तो आप क्या करेंगे?
शायद कोई पूछे: “यहोवा के साक्षी 1914 के बारे में इतना क्यों बात करते हैं?”
आप क्या जवाब देंगे?
अब तक हमने सीखा
बाइबल की भविष्यवाणी और दुनिया के हालात से पता चलता है कि परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हो चुका है। हमें भी इस बात का यकीन है, इसलिए हम इस राज के बारे में प्रचार करते हैं और मंडली की सभाओं में जाते हैं।
आप क्या कहेंगे?
दानियेल की भविष्यवाणी में सात काल के बीतने पर क्या हुआ?
आपको किस बात से यकीन हुआ कि परमेश्वर का राज 1914 में शुरू हो चुका है?
अगर आपको यकीन है कि परमेश्वर का राज शासन कर रहा है, तो आप क्या करना चाहेंगे?
ये भी देखें
सन् 1914 से दुनिया किस तरह बदल गयी है, इस बारे में इतिहासकार और दूसरे लोग क्या कहते हैं? आइए जानें।
“नैतिक मूल्यों का अचानक गिरना कब शुरू हुआ?” (सजग होइए!, जुलाई-सितंबर, 2007)
मत्ती 24:14 की भविष्यवाणी का एक आदमी पर क्या असर हुआ? आइए उसकी कहानी पढ़कर देखें।
हम कैसे जानते हैं कि दानियेल अध्याय 4 की भविष्यवाणी परमेश्वर के राज के बारे में है?
“सन् 1914 क्यों यहोवा के साक्षियों के लिए खास साल है? (भाग 1)” (प्रहरीदुर्ग, जनवरी-मार्च, 2015)
किस बात से पता चलता है कि दानियेल अध्याय 4 में जो “सात काल” बताए गए हैं, वे 1914 में खत्म हुए?
“सन् 1914 क्यों यहोवा के साक्षियों के लिए खास साल है? (भाग 2)” (प्रहरीदुर्ग, अप्रैल-जून, 2015)
a इस पाठ में “ये भी देखें” भाग के आखिरी दो लेख पढ़ें।
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परमेश्वर का राज क्या करेगा?खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्वर से जानें
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पाठ 33
परमेश्वर का राज क्या करेगा?
परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हो चुका है। बहुत जल्द यह धरती पर भी शासन करेगा और बिगड़े हालात को ठीक कर देगा। इस राज में हम इंसानों को ढेरों आशीषें मिलेंगी। आइए कुछ आशीषों पर ध्यान दें जिनकी हम आस लगा सकते हैं।
1. परमेश्वर का राज धरती पर शांति और न्याय कैसे कायम करेगा?
परमेश्वर के राज का राजा यीशु, दुष्ट लोगों और सरकारों को हर-मगिदोन के युद्ध में खत्म कर देगा। (प्रकाशितवाक्य 16:14, 16) उस समय बाइबल का यह वादा पूरा होगा, “बस थोड़े ही समय बाद दुष्टों का नामो-निशान मिट जाएगा।” (भजन 37:10) इस तरह यीशु, परमेश्वर के राज के ज़रिए पूरी धरती पर शांति और न्याय कायम करेगा।—यशायाह 11:4 पढ़िए।
2. जब धरती पर परमेश्वर की मरज़ी पूरी होगी, तब ज़िंदगी कैसी होगी?
परमेश्वर के राज में “नेक लोग धरती के वारिस होंगे और उस पर हमेशा की ज़िंदगी जीएँगे।” (भजन 37:29) ज़रा सोचिए, धरती पर सभी इंसान नेक होंगे। हर कोई यहोवा से और एक-दूसरे से प्यार करेगा। कोई बीमार नहीं होगा और इंसान हमेशा तक जीएँगे। वह ज़िंदगी कितनी अच्छी होगी!
3. जब दुष्टों का नाश होगा, तो उसके बाद परमेश्वर का राज क्या करेगा?
दुष्ट लोगों के नाश के बाद, यीशु 1,000 साल तक राज करेगा। उस दौरान यीशु और उसके साथ राज करनेवाले 1,44,000 लोग इंसानों की मदद करेंगे कि वे परिपूर्ण बन जाएँ। हज़ार साल के आखिर तक यह धरती खूबसूरत फिरदौस बन जाएगी और वहाँ सब लोग खुश रहेंगे क्योंकि वे यहोवा की आज्ञा मानेंगे। फिर यीशु अपने पिता यहोवा को राज वापस दे देगा। तब यहोवा का ‘नाम पवित्र किया जाएगा’ जैसा पहले कभी नहीं हुआ। (मत्ती 6:9, 10) यह साबित हो जाएगा कि यहोवा एक अच्छा राजा है जिसे अपनी प्रजा की परवाह है। इसके बाद, यहोवा शैतान और दुष्ट स्वर्गदूतों को मिटा देगा। वह उन लोगों को भी खत्म कर देगा, जो उसकी हुकूमत नहीं मानना चाहते। (प्रकाशितवाक्य 20:7-10) परमेश्वर के राज में जो बढ़िया आशीषें मिलेंगी, वे हमेशा बनी रहेंगी।
और जानिए
हम क्यों यकीन कर सकते हैं कि परमेश्वर ने बाइबल में जो भी वादे लिखवाए हैं, वह इन्हें अपने राज के ज़रिए पूरे करेगा? आइए जानें।
4. परमेश्वर का राज इंसान की हुकूमतों का अंत कर देगा
“इंसान, इंसान पर हुक्म चलाकर सिर्फ तकलीफें लाया है।” (सभोपदेशक 8:9) यहोवा अपने राज के ज़रिए इंसान की हुकूमतों को और उनकी वजह से हुई सारी तकलीफों को खत्म कर देगा।
दानियेल 2:44 और 2 थिस्सलुनीकियों 1:6-8 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
यहोवा और उसका बेटा यीशु, इंसान की सरकारों और उनका साथ देनेवालों का क्या करेंगे?
अब तक आपने यहोवा और यीशु के बारे में बहुत कुछ जान लिया है। इसे ध्यान में रखते हुए आपको क्यों यकीन है कि वे जो करेंगे, वह सही होगा?
5. यीशु से अच्छा राजा और कोई नहीं हो सकता!
परमेश्वर के राज का राजा, यीशु अपनी प्रजा के लिए बहुत-से अच्छे काम करेगा। इस बात का सबूत उसने धरती पर रहते वक्त दिया। उसने जो किया उससे पता चलता है कि उसे लोगों की परवाह है। इससे यह भी पता चलता है कि लोगों का भला करने के लिए परमेश्वर ने उसे ताकत दी है। इस बारे में जानने के लिए वीडियो देखिए।
धरती पर यीशु ने जो काम किए, उससे इस बात की झलक मिली कि परमेश्वर का राज क्या करेगा। आगे कुछ वादे बताए गए हैं जो परमेश्वर के राज में पूरे होंगे। ऐसे कौन-से वादे हैं जिनके पूरे होने का आप बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं? हर वादे के साथ जो वचन दिया गया है, उसे पढ़िए।
धरती पर यीशु ने क्या किया?
स्वर्ग से यीशु क्या करेगा?
उसने कुदरती शक्तियों को काबू में रखा।—मरकुस 4:36-41.
वह प्रकृति को हुए नुकसान ठीक करेगा।—यशायाह 35:1, 2.
उसने चमत्कार करके हज़ारों को खाना खिलाया।—मत्ती 14:17-21.
वह दुनिया से भुखमरी मिटा देगा।—भजन 72:16.
उसने कई बीमार लोगों को ठीक किया।—लूका 18:35-43.
वह बीमारियाँ दूर करेगा और सब सेहतमंद रहेंगे।—यशायाह 33:24.
उसने मरे हुए लोगों को ज़िंदा किया।—लूका 8:49-55.
वह मौत को मिटा देगा और जो मर गए हैं, उन्हें ज़िंदा करेगा।—प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.
6. परमेश्वर का राज इंसानों को एक शानदार भविष्य देगा
परमेश्वर के राज में इंसानों को वह ज़िंदगी मिलेगी, जो परमेश्वर ने हमेशा से उनके लिए चाही थी। धरती खूबसूरत फिरदौस बन जाएगी और इंसान उस पर हमेशा के लिए जीएँगे। यहोवा अपना मकसद पूरा करने के लिए अपने बेटे यीशु के ज़रिए क्या कर रहा है, यह जानने के लिए वीडियो देखिए।
भजन 145:16 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
यहोवा “हरेक जीव की इच्छा पूरी” करेगा, यह जानकर आप कैसा महसूस करते हैं?
कुछ लोग कहते हैं: “अगर सब मिलकर कोशिश करें, तो हम खुद ही दुनिया की समस्याएँ मिटा सकते हैं।”
परमेश्वर का राज ऐसी कौन-सी समस्याएँ मिटाएगा, जिन्हें इंसान की सरकारें कभी नहीं मिटा सकतीं?
अब तक हमने सीखा
यहोवा अपने राज के ज़रिए अपना मकसद पूरा करेगा। उस राज में पूरी धरती एक खूबसूरत फिरदौस बन जाएगी। सिर्फ अच्छे लोग धरती पर रहेंगे, जो हमेशा के लिए यहोवा की उपासना करेंगे।
आप क्या कहेंगे?
परमेश्वर का राज यहोवा का नाम कैसे पवित्र करेगा?
हम क्यों यकीन रख सकते हैं कि परमेश्वर का राज बाइबल में दिए सारे वादे पूरे करेगा?
परमेश्वर के राज में आपको किस वादे के पूरा होने का बेसब्री से इंतज़ार है?
ये भी देखें
आइए जानें कि हर-मगिदोन क्या है।
जानिए कि यीशु ने जिस “महा-संकट” के बारे में बताया, उस दौरान क्या-क्या होगा?
वीडियो में देखिए कि आप कैसे अपने परिवार के साथ मिलकर नयी दुनिया की कल्पना कर सकते हैं।
“मैं कई सवालों को लेकर परेशान था,” इस कहानी में एक ऐसे आदमी के बारे में बताया गया है जो अपने देश की सरकार बदलना चाहता था। पर फिर उसे उन सवालों के जवाब मिले जो उसे परेशान कर रहे थे।
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