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  • परमेश्‍वर कौन है?
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2009
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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2009
w09 4/1 पेज 3-4

परमेश्‍वर कौन है?

आप क्या मानते हैं, परमेश्‍वर कौन है? ज़्यादातर लोग यह तो मानते हैं कि दुनिया को बनानेवाला कोई परमेश्‍वर ज़रूर है और वे पूरी श्रद्धा से उसकी भक्‍ति-आराधना करते हैं, उससे डरते भी हैं। लेकिन परमेश्‍वर असल में है कौन, इस बारे में उन्हें बहुत कम जानकारी होती है। अगर आप भी परमेश्‍वर को माननेवालों में से एक हैं, तो हम आपसे गुज़ारिश करते हैं कि आप नीचे दिए सवालों पर ज़रा गौर करें।

1. क्या परमेश्‍वर एक असल शख्स है?

2. क्या परमेश्‍वर का कोई नाम है?

3. क्या यीशु ही सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर है?

4. क्या परमेश्‍वर मेरी परवाह करता है?

5. क्या परमेश्‍वर सभी धर्मों को मंज़ूर करता है?

अगर आप दूसरों से ये सवाल पूछें, तो शायद यह देखकर आपको हैरानी हो कि इस बारे में हर किसी की अपनी-अपनी राय है। सबका जवाब एक जैसा नहीं होता। इसलिए ताज्जुब नहीं कि परमेश्‍वर के बारे में तरह-तरह की मनगढ़ंत कहानियाँ और गलत विचार दुनिया में फैले हुए हैं।

जवाब पाना ज़रूरी क्यों है?

यीशु मसीह ने एक स्त्री के साथ बातचीत के दौरान यह साफ ज़ाहिर किया कि परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई जानना बेहद ज़रूरी है। यह स्त्री परमेश्‍वर को मानती थी, मगर एक सवाल उसे परेशान कर रहा था। वह यह कि उपासना के बारे में यीशु का धर्म जो सिखाता है, वह उसके धर्म से फर्क क्यों है। जब उसने यीशु से यह सवाल पूछा, तो यीशु ने उससे सीधे-सीधे कहा: “तुम जिसे नहीं जानते, उसका भजन करते हो।” (यूहन्‍ना 4:19-22) ज़ाहिर है, यीशु यही कह रहा था कि ज़्यादातर लोग परमेश्‍वर को मानते तो हैं मगर वह असल में कौन है, यह उन्हें ठीक-ठीक नहीं मालूम।

क्या यीशु का यह मतलब था कि परमेश्‍वर के बारे में कोई भी इंसान सच्चाई नहीं जान सकता? नहीं, ऐसी बात नहीं है। यीशु ने उस स्त्री से आगे कहा: “सच्चे भक्‍त पिता की आराधना आत्मा और सच्चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिए ऐसे ही आराधना करने वालों को ढ़ूंढ़ता है।” (यूहन्‍ना 4:23, आर.ओ.वी.) क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो परमेश्‍वर की उपासना “आत्मा और सच्चाई” से करते हैं?

आपके लिए यह पक्का करना बेहद ज़रूरी है कि आप परमेश्‍वर की उपासना “आत्मा और सच्चाई” से कर रहे हैं या नहीं। क्या इससे कोई फर्क पड़ता है? बेशक पड़ता है। क्योंकि यीशु ने अपनी एक प्रार्थना में बताया कि परमेश्‍वर के बारे में सही-सही जानना कितनी अहमियत रखता है। उसने कहा: “अनन्त जीवन यह है, कि वे तुझ अद्वैत सच्चे परमेश्‍वर को और यीशु मसीह को, जिसे तू ने भेजा है, जानें।” (यूहन्‍ना 17:3) जी हाँ, परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई जानने पर ही आपकी आगे की ज़िंदगी टिकी हुई है!

मगर सवाल यह है कि क्या परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई जानना मुमकिन है? हाँ, बिलकुल! कैसे? यीशु ने कहा: “मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।” (यूहन्‍ना 14:6) उसने यह भी कहा: ‘पिता कौन है यह कोई नहीं जानता, केवल पुत्र और वह जिस पर पुत्र उसे प्रगट करना चाहे।’—लूका 10:22.

तो परमेश्‍वर के बारे में सच्चाई मालूम करने के लिए हमें यह जानना होगा कि उसके बेटे यीशु मसीह ने उसके बारे में क्या सिखाया था। दरअसल यीशु ने हमसे वादा किया है: “यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे। और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।”—यूहन्‍ना 8:31, 32.

शुरुआत में जो पाँच सवाल दिए गए हैं, अगर वही सवाल हम यीशु से पूछें तो उसका क्या जवाब होगा? (w09 2/1)

[पेज 4 पर तसवीर]

क्या आप परमेश्‍वर को मानते हैं, लेकिन उसके बारे में सच्चाई नहीं जानते?

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