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  • बाइबल से जुड़े सवालों के जवाब
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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2013
w13 10/1 पेज 16
[पेज 16 पर तसवीर]

बाइबल से जुड़े सवालों के जवाब

क्या परमेश्‍वर सभी प्रार्थनाएँ सुनता है?

परमेश्‍वर सब राष्ट्र के लोगों की सुनता है। (भजन 145:18, 19) उसका वचन बाइबल, हमें बढ़ावा देती है कि चिंता दिलानेवाली किसी भी बात को लेकर हम उससे खुलकर बात करें। (फिलिप्पियों 4:6, 7) लेकिन कुछ प्रार्थनाएँ ऐसी हैं, जिनसे परमेश्‍वर खुश नहीं होता। मिसाल के लिए, रटी-रटायी प्रार्थनाएँ दोहराना उसे अच्छा नहीं लगता।—मत्ती 6:7 पढ़िए।

इतना ही नहीं, यहोवा उन लोगों की प्रार्थनाएँ सुनना पसंद नहीं करता, जो जानबूझकर उसकी आज्ञाओं को तोड़ते हैं। (नीतिवचन 28:9) पुराने समय में, परमेश्‍वर ने इसराएल जाति के लोगों की प्रार्थनाओं को सुनने से इनकार किया, क्योंकि उनके हाथ खून से रंगे हुए थे। जी हाँ, अगर हम चाहते हैं कि परमेश्‍वर हमारी प्रार्थनाएँ सुने, तो ज़रूरी है कि हम उसकी माँगों को पूरा करें।—यशायाह 1:15 पढ़िए।

परमेश्‍वर हमारी प्रार्थनाएँ सुने, इसके लिए हमें क्या करने की ज़रूरत है?

बिना विश्‍वास के हम यहोवा से प्रार्थना नहीं कर सकते। (याकूब 1:5, 6) हमें पक्का यकीन होना चाहिए कि वह वजूद में है और उसे हमारी परवाह है। बाइबल पढ़कर हम अपना विश्‍वास मज़बूत कर सकते हैं, क्योंकि सच्चा विश्‍वास परमेश्‍वर के वचन में मिलनेवाले सबूतों और वादों पर आधारित है।—इब्रानियों 11:1, 6 पढ़िए।

हमें नम्रता के साथ और खुलकर प्रार्थना करनी चाहिए। यहाँ तक कि परमेश्‍वर के बेटे, यीशु ने प्रार्थना करते वक्‍त नम्रता दिखायी। (लूका 22:41, 42) इसलिए परमेश्‍वर को यह बताने के बजाय कि उसे क्या करना है, हमें बाइबल पढ़कर उसकी माँगों को समझने की कोशिश करनी चाहिए। तब हम उसकी मरज़ी के मुताबिक प्रार्थना कर पाएँगे।—1 यूहन्‍ना 5:14 पढ़िए। (w13-E 08/01)

ज़्यादा जानकारी के लिए इस किताब का अध्याय 17 देखिए, जिसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है

www.pr418.com से डाउनलोड किया जा सकता है

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