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  • 2013 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

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  • 2013 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2013
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2013
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2013 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

जिस अंक में लेख आया है, उसकी तारीख दी गयी है

अध्ययन लेख

  • अच्छी तरह तैयार की गयी प्रार्थना से कुछ सबक, 10/15

  • अब जब हम “परमेश्‍वर को जान गए” हैं, तो आगे क्या करें? 3/15

  • “असल में वह विश्‍वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास कौन है?” 7/15

  • ‘उतावली में आकर अपनी समझ-बूझ खो बैठने’ से दूर रहिए! 12/15

  • एक-दूसरे में गहरी दिलचस्पी लीजिए और एक-दूसरे की हिम्मत बँधाइए, 8/15

  • कभी-भी “यहोवा से चिढ़ने” मत लगिए, 8/15

  • कोई भी बात आपको महिमा पाने से रोक न सके, 2/15

  • क्या आप “बढ़िया कामों के लिए जोशीले” हैं? 5/15

  • क्या आप राज के कामों के लिए त्याग करेंगे? 12/15

  • क्या आप हमारी आध्यात्मिक विरासत की कदर करते हैं? 2/15

  • क्या आपकी कायापलट हुई है? 9/15

  • क्या आपमें यहोवा को ‘जाननेवाला मन’ है? 3/15

  • गुज़री बातों पर मत पछताइए, खुशी से यहोवा की सेवा कीजिए, 1/15

  • चरवाहो, सबसे महान चरवाहों की मिसाल पर चलिए, 11/15

  • तुम्हें पवित्र कामों के लिए अलग किया गया है, 8/15

  • थोड़े-से लोगों के हाथों, बहुतों को खिलाना, 7/15

  • “देखो! मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ,” 7/15

  • परमेश्‍वर के वचन से अपनी और दूसरों की मदद कीजिए, 4/15

  • ‘पहचानो कि ज़्यादा अहमियत रखनेवाली बातें क्या हैं,’ 4/15

  • पायनियर सेवा करने से यहोवा के साथ हमारा रिश्‍ता मज़बूत होता है, 9/15

  • प्रचारक की अपनी भूमिका अच्छी तरह निभाइए, 5/15

  • “प्रार्थना करने के लिए चौकस रहो,” 11/15

  • बाइबल पढ़ाई से पूरा-पूरा फायदा उठाइए, 4/15

  • बातचीत जारी रखिए, शादी को मज़बूत बनाइए, 5/15

  • बुद्धिमानी से निजी फैसले लीजिए, 9/15

  • मसीही प्राचीन—‘हमारी खुशी के लिए हमारे सहकर्मी,’ 1/15

  • माता-पिताओ और बच्चो—प्यार से बातचीत कीजिए, 5/15

  • ‘मेरी याद में ऐसा ही करना,’ 12/15

  • यही है हमारी आध्यात्मिक विरासत, 2/15

  • यहोवा की घाटी में बने रहकर हिफाज़त पाइए, 2/15

  • यहोवा की चितौनियाँ विश्‍वासयोग्य हैं, 9/15

  • यहोवा की चितौनियों को अपने हृदय के हर्ष का कारण बनाइए, 9/15

  • यहोवा की दरियादिली और लिहाज़ दिखाने के गुण की कदर कीजिए, 6/15

  • यहोवा की वफादारी और उसके माफ करने के गुण की कदर कीजिए, 6/15

  • यहोवा के अनुशासन के मुताबिक ढलने के लिए तैयार रहिए, 6/15

  • यहोवा के करीब बने रहिए, 1/15

  • यहोवा के गुणों की दिल से कदर कीजिए, 6/15

  • यहोवा के चरवाहों की आज्ञा मानिए, 11/15

  • “यहोवा के दास बनकर उसकी सेवा करो,” 10/15

  • यहोवा के महान नाम का आदर कीजिए, 3/15

  • यहोवा से प्यार करनेवालों को “कुछ ठोकर नहीं लगती,” 3/15

  • यहोवा हमारा निवासस्थान है, 3/15

  • यीशु की दिल छू लेनेवाली प्रार्थना के मुताबिक काम कीजिए, 10/15

  • ‘वह दिन तुम को स्मरण दिलानेवाला ठहरे,’ 12/15

  • वह रास्ता मत लीजिए जो आपको यहोवा से दूर ले जाएगा, 1/15

  • सही चुनाव करके अपनी विरासत महफूज़ रखिए, 5/15

  • सात चरवाहे, आठ प्रधान—आज हमारे लिए क्या मायने रखते हैं? 11/15

  • सृष्टि जीवित परमेश्‍वर को ज़ाहिर करती है, 10/15

  • सोचिए कि आपको किस तरह का इंसान होना चाहिए, 8/15

  • हम कैसे सब्र दिखाते हुए ‘इंतज़ार कर’ सकते हैं? 11/15

  • “हमें बता, ये सब बातें कब होंगी?” 7/15

  • “हिम्मत न हारें,” 4/15

  • हिम्मत से काम लीजिए—यहोवा आपके साथ है! 1/15

आपने पूछा

  • इसराएली मौत की सज़ा देने के लिए सूली पर लटकाते? 5/15

  • ‘कारावास में दुष्ट स्वर्गदूतों को प्रचार’ (1 पत 3:19), 6/15

  • ‘परमेश्‍वर के पुत्र’ कौन हैं? (उत्प 6:2, 4), 6/15

  • यीशु ने आँसू क्यों बहाए? (यूह 11:35), 9/15

  • सभाओं में माता-पिताओं का बहिष्कृत बच्चे के साथ बैठना? 8/15

जीवन कहानियाँ

  • आर्कटिक वृत्त के पास बिताए पचास साल (ए. और ए. माटीला), 4/15

  • कहीं पर भी यहोवा की सेवा करने के लिए तैयार (एम. और जे. हार्टलीफ), 7/15

  • क्यों हमारी ज़िंदगी में एक मकसद है (पी. स्मिथ), 5/15

  • परमेश्‍वर की आज्ञाएँ मानने से ढेर सारी आशीषें मिलीं (ई. पीचोली), 6/15

  • “मैं देखता तो था, परन्तु कुछ न समझा” (ओ. ऐमल), 4/1

  • यहोवा पर निर्भर रहने से आशीषें मिलीं (एम. ऐलन), 10/15

  • यहोवा ‘प्रति दिन मेरा बोझ उठाता है’ (एम. डू रान), 8/15

ज़िंदगी सँवार देती है बाइबल

  • “आखिरकार मुझे सच्ची आज़ादी मिल गयी!” (बी. ह्‌यूअट), 1/1

  • ‘गंभीरता से सोचा कि मेरी ज़िंदगी का मकसद क्या है’ (ए. हैनकौक), 10/1

  • “मेरा व्यवहार जंगलियों की तरह था” (ई. लेनॉनन), 7/1

मसीही जीवन और गुण

  • दिलासा पाएँ और दिलासा दें, 3/15

  • दिल के इरादों से खबरदार रहिए, 2/15

  • दूसरों को चेतावनी देने में और मेहनत कर सकते हैं? 10/15

  • पतरस और हनन्याह ने झूठ बोला—सबक? 4/1

  • प्राचीनो, “थके हुए लोगों” को ताज़गी पहुँचाइए, 6/15

  • बच्चा अपंग हो, 4/1

  • माता-पिताओ, बच्चों को शिशुपन से तालीम दीजिए, 8/15

  • साथी को खोने का गम, 12/15

  • हम एक अपराधी से क्या सीख सकते हैं? 7/1

यहोवा

  • क्या परमेश्‍वर बेरहम है? 7/1

  • “जीवितों का परमेश्‍वर,” 4/1

  • “तू ने ये बातें . . . नन्हे-मुन्‍नों पर प्रकट की हैं,” 1/1

  • नाम 1/1

  • परमेश्‍वर को ठेस पहुँचती है, 10/1

  • “माँगते रहो,” 7/1

  • यहोवा “भेदभाव नहीं करता,” 7/1

  • सचमुच आपकी परवाह करता है? 7/1

  • सभी प्रार्थनाएँ सुनता है? 10/1

यहोवा के साक्षी

  • उम्मीद कभी मत छोड़िए! 3/15

  • अच्छी तैयारी—अभियान रहा कामयाब (चिली), 1/15

  • “कछुए की तरह कवच में” (ट्रेलर), 11/15

  • ‘कभी न भुलानेवाला’ (क्रिएशन ड्रामा), 2/15

  • “कितनी सुंदर तसवीरें हैं!” 7/15

  • खुद को नॉर्वे में पेश किया, 1/15

  • खुद को फिलिपाईन्स में पेश किया, 10/15

  • खुद को मेक्सिको में पेश किया, 4/15

  • ‘परमेश्‍वर का वचन सच्चा है!’ ज़िला अधिवेशन, 7/1

  • परमेश्‍वर की सेवा करना ही उसकी दवा है! 11/15

  • प्रहरीदुर्ग पढ़नेवालों को, 1/1

  • यहोवा ने उन्हें महफूज़ रखा (नात्ज़ी हुकूमत), 12/15

  • राजा बहुत खुश हुआ! (स्वाज़ीलैंड), 8/15

  • वे ‘परीक्षा की घड़ी’ में दृढ़ खड़े रहे (प्रथम विश्‍व युद्ध), 5/15

  • शासी निकाय का नया सदस्य (एम. सैंडरसन), 7/15

विविध

  • इतनी दुख-तकलीफें क्यों हैं? 10/1

  • एलीशा ने अग्निमय रथ देखे थे, 8/15

  • जोसीफस ने सचमुच लिखा था? 3/15

  • दुनिया का अंत, 1/1

  • दुनिया में शांति, 7/1

  • दूसरों की ज़रूरतें पूरी करने में मदद, 11/15

  • दो बातों के बीच फर्क करने से फायदा पाइए, 9/15

  • मूसा, 4/1

  • यरूशलेम का मंदिर ई. सन्‌ 70 के बाद बनाया गया? 4/15

  • ‘वह आज भी बोलता है’ (हाबिल), 1/1

  • वह कैफा के परिवार से थी, 2/15

  • शैतान कहाँ से आया, 4/1

  • सम्राट के अंगरक्षक-दल को गवाही मिली, 2/15

  • “सात और लोगों के साथ” बचाया गया (नूह), 10/1

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