स्मारक में आए एक आदमी का स्वागत किया जा रहा है
गवाही कैसे दें
●○○ पहली मुलाकात
○●○ दूसरी मुलाकात
सवाल: यीशु ने अपनी जान कुरबान क्यों की?
आयत: मत 20:28
अगली बार: यीशु की कुरबानी के लिए हम एहसान कैसे ज़ाहिर कर सकते हैं?
○○● तीसरी मुलाकात
सवाल: यीशु की कुरबानी के लिए हम एहसान कैसे ज़ाहिर कर सकते हैं?
आयत: यूह 17:3
अगली बार: यहोवा के साक्षियों की सभाएँ कैसी होती हैं?
स्मारक निमंत्रण अभियान (23 मार्च–19 अप्रैल):
हम आपको एक खास कार्यक्रम के लिए बुलाने आए हैं। यह उसका निमंत्रण पत्र है। पूरी दुनिया में लाखों लोग शुक्रवार, 19 अप्रैल के दिन यीशु की कुरबानी याद करने के लिए इकट्ठा होंगे। इस परचे में लिखा है कि हमारे इलाके में यह कार्यक्रम कब और कहाँ होगा। इसके एक हफ्ते पहले एक भाषण दिया जाएगा जिसका विषय है, “असली ज़िंदगी पाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कीजिए!” उसे सुनने के लिए भी ज़रूर आइएगा।
अगली बार (दिलचस्पी रखनेवालों के लिए): यीशु ने अपनी जान कुरबान क्यों की?