गीत 31
चल याह के साथ!
(मीका 6:8)
1. चल याह के साथ तू दीन होके,
कर प्यार उससे तू सदा।
गर लिपटा रहे वचन से उसके,
बहकेगा तू कभी ना।
कठिन लगे जब ये राह तुझे,
याह बल तुझे देगा।
निभाना तू उससे वफा,
वो तुझे ना छोड़ेगा।
2. चल याह के साथ तू साफ मन से,
दिल नेक बातों पे लगा।
फिर दुन्-या चाहे लुभाए तुझे,
मदद यहोवा देगा।
पवित्र, सच्ची जो बातें हैं,
सभी भली बातें,
तू ध्यान इन्हीं पे देता रह,
तब चले याह संग तेरे।
3. चल याह के साथ खुशदिल होकर,
सच्चा है दोस्त वो तेरा।
हज़ारों तोह-फे दिए हैं उसने,
तो मान एहसान हमेशा।
खुशी से भर आए दिल तेरा,
तब झूमके गीत तू गा!
तेरी खुशी सबसे कहे
है वफादार तू याह का।
(उत्प. 5:24; 6:9; फिलि. 4:8; 1 तीमु. 6:6-8 भी देखें।)