गीत 119
क्या ईमान हम में है खरा?
1. याह के नबियों ने था जो कहा,
कहा उसके बेटे ने भी।
‘पछतावा करो, नेक राह पे चलो,’
है मरज़ी याह की यही।
(कोरस)
क्या ईमान हम में है खरा,
होता जो कामों से बयाँ?
गर ईमान पक्का हम करें,
यही बचाएगा हमारी जाँ।
2. यीशु का जुआ उठाया है जो,
तो राज का हम बीज बोएँगे।
बेखौफ देंगे हम आशा का संदेश,
हैं वादे सच्चे याह के।
(कोरस)
क्या ईमान हम में है खरा,
होता जो कामों से बयाँ?
गर ईमान पक्का हम करें,
यही बचाएगा हमारी जाँ।
3. लंगर की तरह विश्वास गर रहे,
तो भटकेंगे ना हम कभी।
मझधार में हमें याह छोड़े नहीं,
है उस पे पूरा यकीं।
(कोरस)
क्या ईमान हम में है खरा,
होता जो कामों से बयाँ?
गर ईमान पक्का हम करें,
यही बचाएगा हमारी जाँ।
(रोमि. 10:10; इफि. 3:12; इब्रा. 11:6; 1 यूह. 5:4 भी देखें।)