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गुण नंबर 15

यकीन के साथ बोलिए

आयत

1 थिस्सलुनीकियों 1:5

क्या करना है: इस तरह बोलिए कि सुननेवाले जान सकें कि आप जो बोल रहे हैं, उस पर आपको पूरा यकीन है और वह बहुत ज़रूरी है।

कैसे करना है:

  • अच्छी तैयारी कीजिए। आप जो बतानेवाले हैं उसका अच्छा अध्ययन कीजिए ताकि आप समझ पाएँ कि खास मुद्दे क्या हैं और बाइबल उन्हें कैसे सही साबित करती है। सोचिए कि आप कैसे कम शब्दों में खास मुद्दे बता सकते हैं। ध्यान दीजिए कि आप जो बतानेवाले हैं, वह सुननेवालों के लिए कितनी अहमियत रखता है। पवित्र शक्‍ति के लिए प्रार्थना कीजिए।

    सुझाव

    आप जो बतानेवाले हैं, उसे बोलकर प्रैक्टिस कीजिए। तब वे बातें आपके दिमाग में अच्छी तरह बैठ जाएँगी और आप दूसरों के सामने अच्छी तरह बोल पाएँगे।

  • ऐसे शब्द बोलिए जिनसे आपका यकीन ज़ाहिर हो। प्रकाशनों में लिखी बातें शब्द-ब-शब्द बताने के बजाय अपने शब्दों में बोलिए। ऐसे शब्द और वाक्य बोलिए कि सुननेवालों को एहसास हो कि आपको अपनी बात पर पूरा यकीन है।

  • इस तरह बोलिए जिससे ज़ाहिर हो कि आपको सच में यकीन है। इतना ऊँचा बोलिए कि लोगों को ठीक से सुनायी दे। जहाँ बुरा नहीं माना जाता, वहाँ दूसरों से नज़रें मिलाकर बात कीजिए।

    सुझाव

    यकीन के साथ बोलने का मतलब यह नहीं कि हम बिना सोचे-समझे बोलें या ऐसे बात करें मानो हम कट्टर हैं या दूसरों पर अपनी राय थोप रहे हैं। हमें उन्हें एहसास दिलाना चाहिए कि हमें वाकई अपनी बात पर यकीन है, पर साथ ही हमें प्यार से बोलना चाहिए।

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