18 फिर राहेल ने एक लड़के को जन्म दिया। बच्चा जनते-जनते उसकी मौत हो गयी। मगर जब उसकी जान निकल रही थी तो उसने अपने बेटे का नाम बेन-ओनी* रखा। लेकिन याकूब ने उसे बिन्यामीन*+ नाम दिया। 19 इस तरह एप्रात (यानी बेतलेहेम) जानेवाले रास्ते में राहेल की मौत हो गयी और उसे वहीं दफनाया गया।+
38 मगर याकूब ने कहा, “नहीं, मैं अपने बेटे को तुम्हारे साथ नहीं भेजूँगा। उसका भाई पहले ही मर चुका है और वह अकेला रह गया है।+ अगर सफर में उसके साथ कोई हादसा हो गया तो तुम्हारी वजह से यह बूढ़ा शोक में डूबा कब्र+ चला जाएगा।”+
20 हमने कहा, ‘हाँ, हमारा पिता है, वह बूढ़ा हो गया है और एक भाई भी है, सबसे छोटा।+ वह हमारे पिता के बुढ़ापे में पैदा हुआ था। उसका एक सगा भाई था जो मर गया है,+ इसलिए वह अब अपनी माँ का अकेला रह गया है।+ उसका पिता उससे बेहद प्यार करता है।’